नई दिल्ली: गुजरात में पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को दंगा कराने के मामले में दोषी करार दिया गया है। पटेल समेत तीन और लोगों को भी मेहसाणा दंगा मामले में दोषी करार दिया गया है। उनके अलावा जिन दो और लोगों को दोषी करार दिया गया है उनमें लालजी पटेल का भी नाम शामिल है।
वहीं इस मामले में 14 अन्य लोगों को बरी कर दिया गया है। आरक्षण आंदोलन के दौरान हुई हिंसा की पहला घटना 23 जुलाई 2015 को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में हुई थी। इस दौरान जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की गई थी।
बता दें कि हार्दिक ने पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग की थी। इस दौरान मेहसाणा के विषनगर में दंगा हो गया था।