नई दिल्ली/चंडीगढ़: सिख धर्म के संस्थापक गुरू नानक देव के 550 वें प्रकाश पर्व के मौके पर मंगलवार को देश में श्रद्धालु गुरुद्वारे गए और वहां अरदास किया। हालांकि इस दौरान पंजाब के सुलतानपुर लोधी में मुख्य समारोह का आयोजन किया गया। आज सुबह कड़ाके की सर्दी के बावजूद लोग विभिन्न स्थानों पर गुरुद्वारे गए और मत्था टेका तथा ‘सरोवरों’ में डुबकी लगाई,‘शबद कीर्तन’ में हिस्सा लिया तथा ‘लंगरों’ में शामिल हुए।
पंजाब के कपूरथला जिले के सुलतानपुर लोधी स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा बेर साहिब में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मत्था टेका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इस मौके पर लोगों को बधाई दी। पंजाब के सुलतानपुर लोधी स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारे सहित विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं ने अरदास की। कपूरथला जिले के सुलतानपुर लोधी में गुरू नानक देव ने जीवन के 14 साल व्यतीत किए थे और उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ था।
550वें प्रकाश पर्व के मौके पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस अवसर पर श्रद्धालु गुरदासपुर स्थित डेरा बाबा नानक, अमृतसर स्थित स्वर्ण मंदिर, हरियाणा के पंचकुला स्थित नाडा साहिब सहित अन्य गुरुद्वारों पर गए और अरदास की। सुलतानपुर लोधी स्थित गुरुद्वारा बेर साहिब में अरदास के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं को लंबी कतारों में देखा जा सकता था क्योंकि उत्सव का उत्साह वहां चरम पर है। इसी स्थान पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पत्नी सविता के साथ मत्था टेका। सूट पहने और सिर पर पगड़ी बांधे कोविंद ने लोगों से गुरू नानक के बताए रास्ते पर चलने तथा सामाजिक विषमता को समाप्त करने की दिशा में काम करने की अपील की।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘उन्होंने मानवजाति को महामंत्र दिया- नाम जपो, कीरत करो और वंड छको’- ईश्वर का नाम लो, ईमानदारी के साथ मेहनत करो और दूसरों के साथ बांट कर खाओ। पंजाब सरकार की ओर से सुलतानपुर लोधी में आयोजित समारोह में ‘भोग’ और सहज पाठ का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के आलोक में शिरोमणि गुरद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से भी एक समारोह का आयोजन किया गया था।
हरियाणा में भी करनाल, अंबाला और यमुनानगर सहित विभिन्न स्थानों में स्थित गुरद्वारों में श्रद्धालुओं ने एकत्र होकर अरदास की। चंडीगढ़ के सेक्टर 34 स्थित गुरद्वारे में भी जबरदस्त भीड़ रही। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी इस अवसर पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। गुरुद्वारा रकाब गंज में स्वयंसेवकों ने मुफ्त स्वास्थ्य जांच केंद्र बनाया था और धार्मिक पुस्तकों की दुकान भी लगाई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर लोगों को बधाई देते हुए कहा कि यह समावेशी और सामंजस्यपूर्ण समाज के गुरू नानक देव के सपने को पूरा करने का समय है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर गुरू नानक देव को भारत की संत परंपरा का प्रतीक बताया और कहा कि उनके उपदेशों के प्रति मोदी सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। शाह ने कहा, ‘‘सिख पंथ के पहले गुरू, आदरणीय गुरु नानक देव जी भारत की समृद्ध संत परंपरा के अनूठे प्रतीक हैं। उनकी शिक्षा, विचार और मानवता की सेवा करने का उनका संकल्प हमारे लिए प्रेरणास्रोत है।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि आपसी प्रेम, सच्चाई, भाईचारे और सही रास्ते पर चलने की गुरु नानक की शिक्षा शाश्वत तथा प्रासंगिक हैं और इनकी अपील सर्वकालिक है जिसका सांप्रदायिकता एवं क्षेत्रीय विभाजन से कोसों दूर तक कोई सरोकार नहीं है। सोनिया ने अपने संदेश में कहा,‘‘गुरू नानक देव के संदेश आज भी उतने ही सच्चे हैं जितने 500 साल से ज्यादा पहले थे, जब उन्होंने यह संदेश दिए थे। प्रत्येक व्यक्ति शांति और सौहार्द के वातावरण में रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए विश्व को उनकी शिक्षा का अनुसरण करने की जरूरत है।’’
इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल कर पाकिस्तान के साथ वहां के गुरुद्वारों तक श्रद्धालुओं को खुली पहुंच देने के लिए पड़ोसी मुल्क के साथ बातचीत करने का आग्रह करेंगे। राष्ट्रीय राजधानी स्थित गुरद्वारों में कुछ राजनीतिक नेताओं ने भी अरदास की और मत्था टेका। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष मनोज तिवारी गुरुद्वारा रकाबगंज गए और अरदास की।