रोहतक: रेप मामले में जेल में बंद गुरमीत राम रहीम से जब जेल प्रशासन ने मुलाकातियों की लिस्ट मांगी तब उसने 11 लोगों के नाम और अपनी 2 बेटियों हनीप्रीत और चरनप्रीत का मोबाइल नंबर दिया। जब पुलिस ने कहा कि आपने 11 नाम दिए हैं जबकि आपको 10 ही नाम देने हैं, तब गुरमीत ने अपनी बीवी हरजीत कौर का नाम काट दिया और डेरे के मैनेजमेंट कमेटी के दानी सिंह का नाम जोड़ दिया। जेल के नियम कायदे के मुताबिक कोई भी कैदी अपने 10 परिजनों से मिल सकता है। राम रहीम ने भी नाम दिए लेकिन उन नामों पर जेल प्रशासन को किसी भी तरह का शक हो तो उसका पुलिस वेरिफिकेशन कराया जा सकता है। कुछ ऐसा ही राम रहीम के केस में भी हो रहा है।
बलात्कार के मामले में राम रहीम की 20 साल की सजा की शुरुआत हो गई है और यह सजा वह रोहतक जेल में काटेगा। किसी भी कैदी को सजा के दौरान अपने सगे-संबंधियों से मिलने के लिए जेल प्रशासन को नाम लिख कर देने होते हैं। राम रहीम ने भी मुलाकात के लिए 10 लोगों की एक लिस्ट सौंपी है। हालांकि जब तक इन 10 लोगों का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं हो पाता तब तक कोई राम रहीम से नहीं मिल सकता। इस लिस्ट में उसने अपनी पत्नी हरजीत कौर का नाम नहीं लिखा है, जबकी हनीप्रीत का नाम इस लिस्ट में मौजूद है। लिस्ट में राम रहीम ने अपनी मां, दोनों बेटी, बेटे, दोनों दामाद, हनीप्रीत, अपनी पूत्रवधू व 2 अन्य नाम दिए हैं।
जिन 10 लोगों के नामों की सूची राम रहीम ने जेल प्रशासन को सौंपी है, उनमें उसकी मां नसीब कौर, बेटा जसमीत, बेटी चरनप्रीत व अमरप्रीत, मुंहबोली बेटी हनीप्रीत, पूत्र वधू हुसनप्रीत, दामाद शानेमीत व रूहेमीत के अलावा चेयरपर्सन वीपासना व दान सिंह का नाम शामिल हैं। हैरानी की बात यह है कि इस लिस्ट में उसने अपनी पत्नी हरजीत कौर का नाम मुलाकातियों में नही दिया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या राम रहीम अपनी पत्नी को परिवार का सदस्य नहीं मानता है या फिर उसका अपनी पत्नी के साथ उसका कोई विवाद चल रहा है। परिवार के सदस्यों में से सिर्फ उसने अपनी पत्नी का नाम मुलाकत करने वालों में शामिल नहीं किया है।