नई दिल्ली: आज का वायरल बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम का एक हैरतअंगेज कारनामा है। दावा ये है कि राम रहीम ने अपने गुरु को दिए हुए वचनों से मुकर गया। अपने गुरु संत शाह सतनाम जी महाराज को धोखा दिया और इसने वो सारे काम किए जो इसे मना किया गया था।
क्या राम रहीम ने शाह सतनाम महाराज को दिए तीन वचनों को तोड़ दिया?
दावा ये है कि गुरु संत शाह सतनाम जी महाराज ने बलात्कारी बाबा को डेरा प्रमुख बनाने से पहले साफ साफ कहा था कि डेरे में कभी किसी साध्वी नहीं रखना लेकिन राम रहीम ने गुरु की मौत के बाद सैकड़ो साध्वियों को डेरे में रखा और उनकी इज्जत से खेलता रहा। शाह सतनाम जी महाराज ने दो और कसमें दी थी। बताया ये जा रहा है कि डेरे से अपने परिवार को दूर रखने को कहा था और डेरे में ट्रस्ट बनाने से भी मना किया था लेकिन बाबा ने न सिर्फ अपने परिवार को डेरे की जिम्मेदारी दी साथ ही डेरे के नाम पर ट्रस्ट बना कर अरबों रुपये कमाए।
संत की तीन सौगंध का क्या है रहस्य?
राम रहीम एक ऐसा शातिर इंसान है जिसने अपने भक्तों को ढगने से पहले ही अपने गुरू की पीठ में छुरा भोंक चुका था। सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि राम रहीम के गुरु शाह सतनाम सिंह महाराज ने इससे तीन कसमें ली थी। वायरल खबर के मुताबिक शाह सतनाम महाराज ने डेरे में साध्वी को रखने की इजाजत नहीं दी थी। राम रहीम को अपने परिवार को डेरे से दूर रखने को कहा था और तीसरी कमस ये थी कि डेरे के नाम पर कोई ट्रस्ट मत बनाना लेकिन शाह सतनाम महाराज की मौत के बाद राम रहीम का असलियत सामने आ गई।
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इसने न सिर्फ साध्वियों को डेरे में रखने लगा बल्कि छोटी छोटी लड़कियों को भी इसने डेरे के अंदर पनाह दे दी। इसका मकसद साफ था.. वो आस्था की आड़ में अय्याशी करना चाहता था। घर वालों की तरफ से कोई विरोध न हो इसलिए उसने अपने परिवार को डेरे में अंदर जिम्मेदारी दी। पैसे जमीन और जायदाद देकर अपने परिवार को मालामाल कर दिया। इतना ही नहीं.. बलात्कारी बाबा ने तो डेरे के नाम पर ट्रस्ट बना कर अरबों खरबों की संप्त्ति जमा कर ली। डेरे का काम असहाय लोगों की मदद करना था लेकिन राम रहीम ने अपने अय्याशी के अड्डे में तब्दील कर दिया।
क्या राम रहीम ने शाह सतनाम महाराज को दिए तीन वचनों को तोड़ दिया?
हमारे चैनल इंडिया टीवी ने वायरल खबर की तहकीकात के लिए डेरे से जुडे लोगों से बातचीत की और ये पता लगाया कि क्या शाह सतनाम जी ने राम रहीम से तीन वचन लिए थे। और क्या बलात्कारी बाबा ने उन कसमों को तोड़ दिया। तहकीकात में ये बात साबित हुई है कि राम रहीम को जब डेरा प्रमुख बनाया गया उस वक्त शाह सतनाम जी महराज ने तीन शर्तें रखीं थी। डेरे से जुड़े लोगों ने बताया कि जब से डेरे की शुरुआत हुई तब से यहां महिलाओं के डेरे में रहने पर पाबंदी है। डेरा प्रमुख के परिवार को डेरे से दूर ही रहे और ट्रस्ट बनाने को सही नहीं माना गया। डेरा प्रमुख को एक सादगी भरा जीवन जीना होता था लेकिन जब से राम रहीम डेरा प्रमुख बना तब से डेरे के अंदर गड़बडियां शुरू हो गई।
इसमें कोई शक नहीं है कि अगर राम रहीम ने अपने गुरु की बात मान ली होती... सूफियों संतों की तरह जीवन बिताता तो सलाखों के पीछे न जाता लेकिन राम रहीम के गुनाहों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। तहकीकात में ये पता चला कि फिल्मों के चक्कर में राम रहीम की पूजा पाठ और सत्संग में रुचि खत्म हो गई थी। उस पर बॉलीवुड का सुपर स्टार बनने का भूत चढ़ गया था।
क्या है बलात्कारी बाबा राम रहीम की तीसरी कसम का सच?
इंडिया टीवी की तहकीकात में ये साबित हुआ कि बलात्कारी बाबा राम रहीम ने अपने गुरु शाह सतनाम जी महाराज के साथ धोखा किया। उन्होंने जिन बातों के लिए राम रहीम को मना किया इसने वही सारे काम किए। अगर राम रहीम ने शाह सतनाम जी की बातों को मान लिया होता.. एक संत की तरह रहता तो बाबा पर बलात्कार के जुर्म में जेल नहीं जाना पड़ता। बाबा ने सिर्फ अपने गुरु के वचनों को नहीं तोड़ा इसने डेरे को बदनाम भी किया और लाखों समर्थकों की आस्था पर चोट भी की है। हमारी तहकीकात में वायरल खबर सच साबित हुई इसलिए ऐसे ढोंगी बाबाओं से बचने की जरूरत है।