गुरुग्राम: हरियाणा के गुरुग्राम स्थित बहुराष्ट्रीय कंपनियों, बीपीओ और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों को अपने कर्मचारियों को जुलाई के अंत तक घर से काम करने की अनुमति देनी चाहिए। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्याधिकारी वी एस कुंडू ने यह बात कही। कुंडू ने कहा कि डीएलएफ सहित कई भूमि-भवन संपदा परियाजनाओं को निर्माण शुरू करने की मंजूरी दे दी गई है, लेकिन उन्हें भौतिक दूरी के नियमों के दायरे में काम करना होगा। वह हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी हैं।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी कहा जाता है और यहां इन्फोसिस, जेनपैक्ट, गूगल और माइक्रोसॉफ्ट सहित अनेक बहुराष्ट्रीय और सूचना-प्रौद्योगिकी कंपनियां तथा बीपीओ कार्यालय हैं। गुरुग्राम जिला प्रशासन ने मार्च के मध्य में परामर्श जारी कर बहुराष्ट्रीय कंपनियों, बीपीओ कार्यालयों, आईटी कंपनियों, कॉरपोरेट और उद्योगों से कहा था कि वे अपने कर्मचारियों को घर से काम करने दें। कुंडू ने कहा, ‘‘अभी ऐसा प्रतीत होता है कि घर से काम करने का यह परामर्श जुलाई के अंत तक जारी रहेगा। उन सभी को, जिनके कार्यालय गुरुग्राम में हैं, जहां तक संभव हो, घर से ही काम करना जारी रखना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि यह उद्योगों और विनिर्माण क्षेत्र के मामले में संभव नहीं है, लेकिन जहां भी संभव है, वहां इसका पालन किया जाना चाहिए। कुंडू ने कहा कि गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण परियोजनाओं को भौतिक दूरी के नियम के दायरे में कुछ निर्माण कार्य शुरू करने की अनुमति दे दी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे निर्माण स्थलों को भौतिक दूरी के नियम के दायरे में काम शुरू करने की अनुमति दे दी गई है जहां मजदूर स्थल पर पहले से ही ठहरे हुए हैं और उनको भी, जहां मजदूर पास में ही रहते हैं।’’
अधिकारी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी की प्रकृति ऐसी है कि कोई नहीं जानता कि ‘‘हम कब पहले जैसी सामान्य स्थिति में लौटेंगे।’’ कॉरपोरेट हब होने के साथ ही गुरुग्राम शहर ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का भी केंद्र है। शहर में कोविड-19 के अब तक 51 मामले सामने आए हैं। इनमें से 35 लोग ठीक हो चुके हैं। हरियाणा में यह रेड जोन में है और नूंह, पलवल तथा फरीदाबाद के साथ राज्य में सर्वाधिक प्रभावित है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में कोरोना वायरस के अब तक 289 मामले सामने आए हैं और तीन लोगों की मौत हुई है। इनमें से 176 लोग ठीक हो गए हैं। कुंडू ने गुरुग्राम में स्थिति को ‘‘उचित रूप से नियंत्रण में’’ बताया और कहा कि बीमारी के सामुदायिक प्रसार के कोई साक्ष्य नहीं हैं।