गांधीनगर: गुजरात पुलिस को 59 साल बाद सबसे बड़ा सम्मान मिला है। गुजरात पुलिस द्वारा 59 सालों तक की गई उत्कृष्ट सेवाओं और हासिल की हुई सिद्धियों को ध्यान में रखकर राष्ट्रपति के निशान चिन्ह का सामान दिया गया है। गौरतलब है कि आन्दोलनों, आतंकी हमलों और आर्थिक गुनाह समेत कई चुनौतियों को पार कर राष्ट्रपति निशान पाने वाला गुजरात देश का 7वां राज्य है। 15 दिसंबर, 2019 को गांधीनगर के पास स्थित कराइ पुलिस अकादमी में आयोजित परेड में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू द्वारा पुलिस कर्मचारियों को ये निशान चिन्ह दिया जायेगा साथ ही इस मौके पर गुजरात पुलिस के लिए शंकर महादेवन द्वारा तैयार किया गया एक एंथम भी लॉन्च किया जाएगा।
अभी तक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, तमिलनाडु, त्रिपुरा और असम को ही यह सम्मान मिला था, अब यह सम्मान पाने वाले राज्यों की सूची में सातवां नाम गुजरात का जुड़ गया है। आमतौर पर सीआरपीएफ, बीएसएफ, सीबीआई, इंटेलिजेंस ब्यूरो, ओडिशा पुलिस और हिमाचल प्रदेश के पुलिस चीफ को मिलाकर कुल 7 डीजीपी कमिटी, किसी भी राज्य के पुलिस दल, अपराध के विरुद्ध कार्रवाई समेत कई पासों का ब्यौरा करने के बाद राज्य पुलिस को निशान चिन्ह के लिए नामांकन करते हैं।
फिलहाल, गुजरात पुलिस की स्ट्रेंथ 1.06 लाख पर पहुंची है। जबकि गुजरात पुलिस लेटेस्ट हथियारों, आधुनिक वाहनों, टेक्नोलॉजी, सायबर क्राइम समेत अपराधों को डिटेक्ट करने में दूसरे राज्यों से काफी आगे है और इन सभी बातों को मद्देनज़र रखते हुए गुजरात पुलिस को यह निशान चिन्ह मिला है, जो गुजरात पुलिस के लिए काफी गर्व की बात है। निशान देने के लिए सरकार ने 21 फरवरी को केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था।
गौरतलब है कि देश के बड़े और आधुनिक दलों में गुजरात पुलिस आठवें स्थान पर है। निशान प्रदान के बाद गुजरात पुलिस को अपना अलग निशान, ध्वज और प्रतिक मिलेंगे। 15 तारीख को होने वाली इस परेड की तैयारियां चल रही हैं, जिसके चलते आज कराइ पुलिस अकादमी में परेड में हिस्सा लेने वाले सभी जवानों द्वारा एक फुल ड्रेस्ड ड्रिल प्रेक्टिस की गई। गुजरात पुलिस को मिले इस सम्मान को लेकर प्रदर्शन के लिए कटिबद्ध जवानों के चहरे पर गर्व साफ दिख रहा था।