नई दिल्ली: अयोध्या में राम मंदिर का विवाद भले ही सुलझने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन गुजरात के अहमदाबाद में जर्जर हो चुके एक हनुमान मंदिर के कायाकल्प करने का जिम्मा उठाया है मुस्लिम समुदाय के मेमन बिल्डर ने। उनकी ये कोशिश हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल है। ये हनुमान मंदिर 500 साल पुराना है और अहमदाबाद के मिर्जापुर इलाके में है। मंदिर बिल्कुल जर्जर हालत में पहुंच चुका था लेकिन इस पर ध्यान देने वाला कोई नहीं था।
जर्जर हो चुके हनुमान मंदिर पर जब इलाके के बिल्डर मोईन मेमन की नजर पड़ी तो उन्होंने इसके कायाकल्प करने का फैसला किया। मुस्लिम समुदाय से ताल्लुक रखने के बावजूद मोईन इस मंदिर की जर्जर हालत को देखकर बहुत दुखी हुए और सिर्फ दो हफ्तों में ही इस मंदिर की सूरत बदलने में जुट गए। मोइन की मानें तो उनका बचपन मंदिर को देखते हुए बीता है लेकिन अब उसी मंदिर की जर्जर हालत उन्हें तकलीफ पहुंचा रही थी इसीलिए उन्होंने मंदिर के पुजारी के सामने इसके पुनर्निर्माण का प्रस्ताव रखा जिसे पुजारी ने मान लिया।
पुजारी से इजाजत मिलने के बाद मोईन ने खुद अपनी देखरेख में मंदिर का काम करवाना शुरू किया। मंदिर के टाइल्स इटली से मंगाए। टाइल्स का रंग भी उन्होंने खुद हनुमान जी का पसंदीदा भगवा रंग चुना। बिल्डर ने इस बात का पूरा ख्याल रखा है कि मंदिर का पौराणिक महत्व बरकरार रहे।
आज के इस दौर में जब हर तरफ अविश्वास का माहौल है, मेमन बिल्डर की ये कोशिश वाकई काबिले तारिफ है। इतना ही नहीं इलाके के लोग मोईन मेमन को बजरंगी भाईजान के नाम से भी जानते हैं जो हर वक्त साम्प्रदायिक सौहार्द्र के कामों में लगे रहते हैं।