अहमदाबाद: गुजरात में एक स्वास्थ्य कर्मी कोरोना के दोनों टीके लगने के बावजूद शनिवार को वायरस से संक्रमित पाया गया है। अधिकारियों द्वारा शनिवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, गांधीनगर के देहगाम तालुका में एक स्वास्थ्य अधिकारी ने 16 जनवरी को कोरोना के टीके की पहली खुराक ली थी, और 15 फरवरी को उसने टीके की दूसरी खुराक ली थी। गांधीनगर के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एमएच सोलंकी ने कहा कि बाद में उसको बुखार आया और जब जांच की गई तो वह 20 फरवरी को कोरोना संक्रमित पाया गया।
‘एंटिबॉडी डिवेलप होने में लगते हैं 45 दिन’
सोलंकी ने कहा कि वह फिलहाल होम आइसोलेशन में है और उसके लक्षण काफी हल्के हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमित स्वास्थ्य कर्मी ने बताया है कि वह सोमवार से काम करने के लिए बिल्कुल फिट है। सीएचओ ने कहा कि वायरस के खिलाफ एंटिबॉडी डिवेलप करने के लिए टीके की दोनों खुराक लगने के बाद लगभग 45 दिन लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि टीका लगवाने के बावजूद अपनी सुरक्षा के लिए लोगों को मास्क पहनने और सोशल डिस्टैंसिंग रखने जैसी सावधानियों का पालन करना चाहिए।
‘13,74,244 लोगों को लगा है टीका’
गुजरात के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सूबे में शनिवार को 1,77,203 लोगों को कोविड-19 टीका लगाया गया। विभाग ने बताया कि इसके साथ ही राज्य में अब तक 13,74,244 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली जबकि 3,30,463 लोगों को दूसरी खुराक दी जा चुकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, 60 वर्ष से अधिक आयु वाले और बीमारियों से ग्रसित 45 से अधिक उम्र के 1,31,821 लोगों को अब तक टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है।
शनिवार को आए 571 नए मामले
गुजरात में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 571 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही सूबे में इस घातक वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,72,811 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शनिवार को दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में फिलहाल 3 हजार से भी ज्यादा ऐक्टिव केस हैं और उनका इलाज किया जा रहा है। वहीं, अहमदाबाद में कोविड-19 के एक मरीज की मौत के बाद इस घातक वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 4,414 हो गई।