नई दिल्ली: गुजरात तट के नजदीक स्थित सभी बंदरगाहों और हवाई अड्डों पर चक्रवात ‘वायु’ को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर कामकाज अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। यह जानकारी बुधवार को राज्य सरकार की ओर से दी गई। पश्चिम रेलवे ने भी घोषणा की है कि बुधवार को शाम 6 बजे से तटवर्ती क्षेत्रों से गुजरने वाली सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं या उनके मार्ग छोटे कर दिए गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार चक्रवात गुजरात से बृहस्पतिवार सुबह टकराएगा। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गांधीनगर में एक समीक्षा बैठक के बाद कहा, ‘‘राज्य सरकार ने गुजरात के तट पर स्थित सभी बंदरगाहों पर संचालन रोकने का निर्णय किया है। ऐहतियाती कदम के तौर पर सौराष्ट्र क्षेत्र के सभी हवाई अड्डे भी चक्रवात समाप्त होने तक बंद रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि उस क्षेत्र में स्थित तीर्थस्थलों के लिए बस सेवाएं भी रद्द कर दी गई हैं। चूंकि कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्र स्थित सभी हवाई अड्डों को अपने संचालन पूरी तरह से बंद करने को कह दिया गया है, अहमदाबाद हवाई अड्डे से इन स्थलों के लिए उड़ानें बृहस्पतिवार को रद्द रहेंगी।
शहर स्थित हवाई अड्डे की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘‘अहमदाबाद से पोरबंदर, केंद्र शासित प्रदेश दीव, कांडला, मुंद्रा और भावनगर के लिए उड़ानें कल के लिए रद्द हैं। अहमदाबाद से अन्य स्थलों के लिए उड़ानें सामान्य रूप से संचालित होंगी।’’ एक अधिकारी ने कहा कि चक्रवात से कच्छ, मोरबी, जामनगर, जूनागढ़, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, राजकोट, अमरेली, भावनगर और गिर सोमनाथ जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। पश्चिम रेलवे ने कच्छ और सौराष्ट्र क्षेत्रों के लिए जाने वाली ट्रेनें दो दिन के लिए रद्द कर दी हैं।
वहीं, चक्रवाती तूफान 'वायु' के गुरुवार को गुजरात तट पर टकराने की संभावना के बीच नौसेना ने खुद को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा है। बयान के अनुसार, पश्चिमी नौसेना कमान मुंबई मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के साथ तैयार है और राहत सामग्रियों को पहले से ही निर्दिष्ट जहाजों पर चढ़ा दिया गया है, जिसे कम समय पर भी मुहैया कराया जा सकता है।
नौसेना के जहाजों, विमानों व हेलीकॉप्टरों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं को सूचित करने और उन्हें वापस बंदरगाह जाने के लिए कहने के निर्देश दिए गए हैं। इस बीच, भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) के दल के साथ गुजरात के जामनगर पहुंच गया है। नौसेना ने अपने गोताखोर और बचाव टीमों और राहत सामग्रियों, मेडिकल टीमों को मुंबई के भारतीय नौसेना के अस्पताल अश्विनी में जरूरत पड़ने पर नागरिक सहायता के लिए तैयार रखा है।