नई दिल्ली: वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) परिषद ने शुक्रवार को उर्वरक पर कर दर 12 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दिया, ताकि किसानों पर कर का अधिक बोझ न पड़े। केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने यहां परिषद की बैठक के बाद इस आशय की घोषणा की। यह घोषणा नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था के क्रियान्वयन से चंद घंटे पूर्व की गई। ये भी पढ़ें: कैसे होता है भारत में राष्ट्रपति चुनाव, किसका है पलड़ा भारी, पढ़िए...
जेटली ने कहा, "जीएसटी परिषद की बैठक में कुछ अतिरिक्त नियमों को मंजूरी दी गई और एक बड़ा निर्णय उर्वरक पर जीएसटी के 12 प्रतिशत दर के खिलाफ कई सारे आग्रहों के जवाब में लिया गया।"
उन्होंने कहा, "कुछ लोगों ने महसूस किया कि इससे किसानों पर बोझ बढ़ जाएगा और इसलिए एक सहमति बनी। परिषद कर को पांच प्रतिशत लाने पर सहमत हुआ, ताकि उर्वरक की कीमतें घटें, बढ़ें नहीं।"
एक राष्ट्र एक टैक्स GST लागू
बता दें कि एक देश एक टैक्स के मंत्र के साथ देश में गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स यानी GST लागू हो गया है। संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एक भव्य कार्यक्रम के दौरान आधी रात को घंटा बजाकर जीएसटी लॉन्च किया गया। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐप का बटन दबाकर GST लॉन्च किया। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा इस ऐतिहासिक मौके पर उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी, स्पीकर सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और एच डी देवगौड़ा भी मौजूद रहे।
80 मिनट के इस कार्यक्रम में देशभर से मशहूर हस्तियां शामिल हुईं। इसके लिए देश की 100 शख्सियत को न्योता दिया गया जिनमें अमिताभ, लता मंगेशकर सहित अन्य फिल्मी सितारों से लेकर बड़े बिजनेसमैन तक शामिल हैं।
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