नयी दिल्ली: विभिन्न मामलों में प्रवर्तन निदेशालय की जांच का सामना कर रहे रॉबर्ट वाड्रा ने मंगलवार को आरोप लगाया कि चुनाव आ रहा है इसलिए मोदी सरकार प्रतिशोध की भावना से काम कर रही है और उनकी बुजुर्ग मां को परेशान कर रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई वाड्रा ने सवाल किया है कि सरकार ने आगामी चुनाव के लिए प्रचार अभियान शुरू होने से ठीक एक महीने पहले पूछताछ के लिए उन्हें बुलाने में चार साल और आठ महीने का इंतजार क्यों किया? उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा है कि क्या उन्हें लगता है कि भारत के लोग इसे चुनावी हथकंडे के तौर पर नहीं देखेंगे?
राजस्थान के सीमावर्ती शहर बीकानेर में कथित जमीन घोटाले की जांच के सिलसिले में जयपुर में प्रवर्तन निदेशालय के जोनल कार्यालय में रॉबर्ट वाड्रा और उनकी मां के हाजिर होने के पहले वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट किया। एआईसीसी महासचिव और उनकी पत्नी प्रियंका गांधी उन्हें ईडी दफ्तर तक छोड़ने गयीं।
वाड्रा ने कहा, ‘‘अपनी 75 वर्षीय मां के साथ जयपुर में ईडी के समक्ष पेश होने के लिए आया हूं। समझ में नहीं आता कि सरकार एक वरिष्ठ नागरिक के साथ बदले की भावना से क्यों काम कर रही है। उस महिला के साथ जिसने कार दुर्घटना में अपनी बेटी को खो दिया, मधुमेह की चपेट में उसका बेटा आ गया और पति की भी मौत हो गयी।’’
वाड्रा ने कहा कि परिवार के लोगों के गुजरने के बाद वह अपनी मां को ऑफिस में साथ रखने लगे ताकि वह उनकी देखभाल कर सकें और साथ रहकर उनका दुख-दर्द बांट सकें। वाड्रा ने आरोप लगाया कि इसी वजह से उनकी मां भी आरोपी बना दी गई हैं। उनके साथ मां को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है। वाड्रा ने कहा कि ईडी के दिल्ली मुख्यालय में पहले ही तीन दिनों तक उनसे पूछताछ हो चुकी है।
वाड्रा ने कहा, ‘‘मैंने हमेशा कानून का सम्मान किया है, बेहद अनुशासित शख्स हूं और घंटों की पूछताछ का सामना करने का जज्बा रखता हूं क्योंकि मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं सवाल का सम्मान के साथ जवाब देने के लिए तैयार हूं। यह वक्त भी जल्द बीत जाएगा लेकिन जाते-जाते मुझे मजबूत कर जाएगा। उन्होंने लिखा है, ‘‘आखिरकार सच सामने आ ही जाएगा । ईश्वर हमारे साथ है।’’