जम्मू: जम्मू क्षेत्र में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है जहां शनिवार को पांच जिलों में निषेधाज्ञा हटा ली गई और दो अन्य में कर्फ्यू में ढील दी गई। कश्मीर में स्थिति शांतिपूर्ण बनी रही जहां कुछ पाबंदियों में ढील दिये जाने के बाद वाहनों की आवाजाही बढ़ गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि करगिल क्षेत्र में बाजारों और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों में भारी भीड़ देखी गई क्योंकि लोगों ने ईद के लिए बड़े उत्साह के साथ खरीदारी की तथा स्कूल और कालेज खुले रहे।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि राज्य का विशेष दर्जा वापस लेने के बाद जनजीवन अब सामान्य हो रहा है। उन्होंने बताया कि पांच जिलों जम्मू, कठुआ, सांबा, उधमपुर और रियासी जिलों में सभी स्कूल और कॉलेज फिर से खुले और सरकारी कार्यालयों में लोगों की उपस्थिति बढ़ी। उन्होंने बताया कि डोडा और किश्तवाड़ जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जम्मू क्षेत्र में स्थिति सामान्य हो रही है और पांच अगस्त के बाद से कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘इन (पांच) जिलों में सभी तरह की पाबंदियां हटा ली गईं हैं और सभी शैक्षणिक संस्थान आज फिर से खुले।’’ गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाने के खिलाफ कश्मीर घाटी में पिछले कुछ दिनों में छिटपुट विरोध हुआ था और इनमें से किसी में भी 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं थे।
मंत्रालय के प्रवक्ता ने कश्मीर में लगभग 10 हजार लोगों द्वारा विरोध किये जाने संबंधी मीडिया रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसे ‘‘मनगढ़ंत और गलत’’ बताया। अधिकारियों ने बताया कि पुंछ, रजौरी और रामबन जिलों में पाबंदियां जारी रहेंगी। प्रशासन ने जम्मू क्षेत्र के 10 जिलों में पांच अगस्त को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगा दी थी। किश्तवाड़ जिला विकास आयुक्त अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि नगर के कुछ हिस्सों हिस्सों में शाम सात बजे तक चरणबद्ध तरीके से कर्फ्यू में ढील दी गई। अधिकारियों ने बताया कि भद्रवाह नगर और डोडा जिले में इसके आसपास के क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से कर्फ्यू में ढील दी गई।