नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि कश्मीर मुद्दा 'चुटकियों' में नहीं सुलझाया जा सकता और सरकार युवाओं सहित कश्मीर के हर उस तबके के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है, जो केंद्र के साथ बात करना चाहता है, हालांकि उन्होंने अलगाववादियों से बातचीत के सवाल को टाल दिया। राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार लोगों का विश्वास हासिल कर कश्मीर मुद्दे का स्थायी समाधान चाहती है। राजनाथ ने कहा कि सरकार इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
राजनाथ ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर प्रेस वार्ता में कहा, "लोकतंत्र में सभी मुद्दों का समाधान बातचीत के माध्यम से हो सकता है। हम बातचीत के माध्यम से मुद्दे का समाधान करना चाहते हैं। जो कोई भी हमसे बातचीत करना चाहता है, हम उसके लिए तैयार हैं। अगर युवाओं का कुछ संगठन बातचीत करना चाहेगा, तो हम उसके लिए तैयार हैं। कश्मीरी युवा देश के भविष्य हैं।"
यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार हुर्रियत से बातचीत करेगी, सिंह ने कहा, "कश्मीर में कुछ ताकतें हैं, जो अपने फायदे के लिए पाकिस्तान के आदेश पर कश्मीरी युवाओं को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। यह वही पाकिस्तान है, जो अपना पूर्वी हिस्सा (अब बांग्लादेश), बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध तथा फाटा नहीं बचा सका। पाकिस्तान क्या कर सकता है? मुझे समझ में नहीं आता कि इस पाकिस्तान के प्रभाव में आकर अलगाववादी क्या हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं। हम उन्हें (अलगाववादियों) कश्मीरी युवाओं के भविष्य के साथ खेलने की अनुमति नहीं देंगे।"
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार समस्या का स्थायी समाधान ढूंढने को इच्छुक है, जो सन् 1947 से लटकी पड़ी है। उन्होंने कहा, "हम कश्मीर मुद्दे का स्थायी समाधान चाहते हैं। ईमानदारी से कहूं, तो मैं इस मुद्दे का समाधान कश्मीरी लोगों को विश्वास में लेकर करना चाहता हूं। यह मुद्दा चुटकियों में नहीं सुलझ सकता। इसमें वक्त लगेगा, लेकिन हम इसका स्थायी समाधान निकालेंगे। हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।"