नयी दिल्ली: अब संभव है कि आपको पासपोर्ट बनवाने के लिए अधिक दूर नहीं जाना पड़े क्योंकि सरकार 50 किलोमीटर के दायरे में पासपोर्ट केंद्र खोलने की योजना लायी है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज घोषणा की कि 149 नये पोस्ट आफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (POPSK) जल्दी ही शुरू किए जाएंगे। ये विदेश मंत्रालय की ओर से पहले चरण में घोषित 86 पीओपीएसके के अतिरिक्त होंगे। यह विदेश मंत्रालय और डाक विभाग की ओर से संयुक्त रूप से शुरू की गई एक पहल है। (राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले प्रणब मुखर्जी ने ठुकराई 2 क्षमा याचिकाएं)
सुषमा स्वराज ने कहा कि सत्ता में आने के बाद राजग सरकार ने 16 पासपोर्ट सेवा केंद्र भी खोले हैं और इसमें पूर्व राज्यों को प्राथमिकता दी गई। उन्होंने कहा कि मई 2014 में सत्ता में आने के बाद से राजग सरकार ने कुल मिलाकर 251 पासपोर्ट सेवा केंद्र और पीओपीएसके खोले हैं या घोषणा की है। इससे पहले देश में 77 पासपोर्ट सेवा केंद्र थे। मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने मंत्रालय का प्रभार संभाला तो उन्हें एहसास हुआ कि पासपोर्ट के लिए आवेदन करने में निकटता सबसे बड़ी बाधा है।
उन्होंने कहा, हमने एक लक्ष्य निर्धारित किया है कि किसी को भी पासपोर्ट बनवाने के लिए 50 किलोमीटर से अधिक की दूरी नहीं तय करनी पड़े। उन्होंने कहा कि तीसरे चरण में और पीओपीएसके खोले जाएंगे। सुषमा ने नो इंडिया प्रोग्राम (KIP) के लिए एक पोर्टल शुरू किया। यह पहल मंत्रालय की ओर से 18 से 30 वर्ष की आयु के भारतीय मूल के व्यक्तियों (PIO) के लिए की गई है। 2004 में शुरू की गई इस योजना के 40 संस्करण हैं जिसके तहत 1293 पीआईओ युवाओं ने भारत की यात्रा की।