नई दिल्ली: पैगसस जासूसी मामले को लेकर चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार को इसका जवाब देने में इतनी मुश्किल क्यों रही है कि क्या वह भी इस स्पाईवेयर के निर्माता एनएसओ समूह की ग्राहक थी। पूर्व गृह मंत्री ने यह भी कहा कि 40 सरकारें और 60 एजेंसियां एनएसओ समूह की ग्राहक थीं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘एनएसओ समूह के पास ग्राहक के रूप में 40 सरकारें और 60 एजेंसियां थीं। एक आसान सा सवाल: क्या भारत सरकार, 40 में से एक थी? भारत सरकार के लिए आसान से सवाल का सीधा उत्तर देना इतना मुश्किल क्यों है?’’
गौरतलब है कि कई मीडिया समूहों के एक अंतरराष्ट्रीय संगठन ने हाल में खबर दी थी कि दो मंत्रियों एवं 40 से अधिक पत्रकारों, विपक्ष के तीन नेताओं, एक न्यायाधीश, उद्योगपतियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं समेत विभिन्न लोगों के 300 से अधिक सत्यापित मोबाइल नंबर को स्पाईवेयर के माध्यम से हैकिंग के लिए निशाना बनाया गया।
सरकार का कहना है कि ये आरोप भारतीय लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए लगाये गये हैं। हालांकि, कांग्रेस और विपक्षी दल इस पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पैगसस मामले पर सरकार को घेरने की रणनीति बनाने को लेकर कई विपक्षी दलों के सांसदों को चाय पर भी बुलाया है।
राहुल गांधी ने 14 विपक्षी दलों के सांसदों को मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे नाश्ते पर बुलाया है। इसके लिए सभी को निमंत्रण भेज दिया गया है। इनमें कांग्रेस के अपने सांसदों सहित NCP, SS, TMC, AAP, CPI, CPM, RJD, IUML, RSP, DMK, SP, NC, KCM और VCK के सांसद शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने सभी को कांस्टीट्यूशन क्लब में बुलाया है। माना जा रहा है कि इस नाश्ते की मेजबानी करने का उद्देश्य पेगासस मामले पर सरकार को आगे घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा कर सभी को एकजुट करना है।
राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं को ऐसे समय नाश्ते पर बुलाया है जब पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है।