नई दिल्ली: कश्मीर में दिनोंदिन बेहतर होते हालात पाकिस्तान के उस झूठ के पोल खोल रहे हैं जो वो प्रोपेगेंडा के तहत फैला रहा है। सोशल मीडिया का सहारा लेकर पाकिस्तान ने कश्मीर में दवाओं की कमी की अफवाह उड़ाई लेकिन इंडिया टीवी की पड़ताल में पाकिस्तान का ये झूठ बेनकाब हो गया। इंडिया टीवी संवाददाता मनीष प्रसाद जब कश्मीर के अस्पताल पहुंचे तो वहां ना दवाओं की कमी दिखी और ना ही डॉक्टरों की। बता दें कि पाकिस्तान अफवाह फैलाई थी की कश्मीर में दवाओं और डॉक्टरों की कमी हो गई है।
वहीं कश्मीर से जो तस्वीरें सामने आईं हैं उन्हें देखकर अफवाह गैंग की बोलती बंद हो जाएगी। सोशल मीडिया पर कश्मीर में दवाओं की कमी की खबर आने के बाद इंडिया टीवी ने इसकी पड़ताल की जिससे साफ हो गया है कि कश्मीर में न दवा की कमी है और न ही डॉक्टरों की।
सच जानने और पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करने के लिए इंडिया टीवी संवाददाता साउथ कश्मीर में पुलवामा के जिला अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने अस्पताल के डॉक्टरों, वहां इलाज करा रहे मरीजों और उनके परिजनों से बात की। इस बातचीच से ही सोशल मीडिया के मैसेज कोरी अफवाह साबित हो गई।
जिला अस्पताल में पड़ताल के दौरान ये पता चला कि यहां दवाओं का पूरा स्टॉक मौजूद है और किसी भी मरीज के इलाज में कोई दिक्कत नहीं है। अस्पताल के पीडियाट्रीशियन ने बताया कि बेबी फूड का स्टॉक भी पूरा है। पैनिक जैसी कोई सिचुएशन नहीं है।
सोशल मीडिया पर इस बात के दावे किए जा रहे थे कि कश्मीर में बीमार लोगों को उपचार नहीं मिल रहा है लेकिन इंडिया टीवी जब अस्पताल के अंदर पहुंचा तो ऐसे दावों की कलई खुल गई। अस्पताल के अंदर मरीजों के इलाज के बेहतरीन इंतजाम थे। बुजुर्ग से लेकर बच्चों तक सबका बिना किसी रुकावट के इलाज किया जा रहा था।
प्रशासन का भी दावा है कि पूरे जम्मू और कश्मीर में कहीं भी दवाओं की कोई कमी नहीं है। प्रशासन ने जानकारी दी कि श्रीनगर में 1665 दवाई दुकानों में से 1165 खुली हैं। घाटी के भी 65% से ज्यादा दवाई दुकान खुली हैं। दुकानों पर नोटिफाइड सभी 376 दवाइयां मौजूद हैं। साथ ही 62 लाइफ सेविंग दवाइयां भी हर जगह उपलब्ध है।