नई दिल्ली. चीन में फंसे भारतीय नाविकों को लेकर अच्छी खबर है। केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ट्वीट कर कहा कि चीन में फंसे हमारे नाविक भारत वापस आ रहे हैं! चीन में फंसा Ship M. V. Jag Anand, जिसपर 23 भारतीय क्रू मेंबर सवार है, वे चालक दल के परिवर्तन के लिए चिबा, जापान की ओर रवाना हो रहे हैं। ये 14 जनवरी को भारत पहुंचेंगे। ऐसा केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व के कारण हो सका। मैं नाविकों के प्रति ग्रेट ईस्टर्न शिपिंग कंपनी के मानवीय दृष्टिकोण और इस महत्वपूर्ण समय में उनके साख खड़े होने के लिए उनकी गहराई से सराहना करता हूं।
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विपक्ष भी सवाल से कर रहा था सवाल
चीन में फंसे नाविकों के मुद्दे पर विपक्षी दलों द्वारा लगातार सरकार से सवाल किए जा रहे थे। शिवसेना ने केंद्र सरकार से चीनी जल क्षेत्र में फंसे 39 भारतीय नाविकों को वापस लाने का आग्रह किया था। पार्टी प्रवक्ता और राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर यह आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार से समर्थन ना मिलने के कारण 39 नाविकों को उनके भाग्य पर छोड़ दिया गया है और उनके परिवार वाले उनकी वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। नाविकों के परिवार दर-दर भटक रहे हैं और कोई भी उनकी मदद नहीं कर रहा है, उनमें से कई नाविक महाराष्ट्र के हैं।”पढ़ें- मकान मालिकों और किरायेदारों के लिए बड़ी खबर! अनुबंध करना होगा अनिवार्य, 7 फीसदी ही बढ़ेगा किराया
दो मालवाहक जहाज चीनी जलक्षेत्र में फंसे
गौरतलब है कि 39 भारतीयों सहित दो मालवाहक जहाजों-एमवी अनास्तासिया और एमवी जग आनंद चीनी जल क्षेत्र में फंसे हुए हैं क्योंकि उन्हें वहां अपना सामान उतारने की अनुमति नहीं थी। चतुर्वेदी ने पत्र में कहा था, ‘‘यह गतिरोध व्यापार युद्ध के कारण आया है और दोनों जहाज चीनी बंदरगाहों पर लंगर डालने के लिए मजबूर हैं। जहाजों को चीनी अधिकारियों ने अपने माल को उतारने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था और चालक दल को राहत देने के लिए अन्य नाविकों को भेजने की अनुमति भी नहीं थी।” उन्होंने कहा था कि एमवी अनास्तासिया को चीन के बोहाई सागर में रोका गया है, वहीं एमवी जग आनंद जिंगतांग के बंदरगाह पर लंगर डाले हुए है। चतुर्वेदी ने कहा कि देशों के बीच व्यापारिक विवाद नए नहीं हैं और ऐसे मामलों में नागरिकों को 'बलि का बकरा' नहीं बनाया जा सकता। (भाषा)