पणजी: राज्य में लौह अयस्क उत्खनन उद्योग को बंद करने के विरोध में खनन एवं इससे जुड़े उद्योगों के हजारों कामगारों के मार्च से सोमवार को शहर में ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ। जिलाधिकारी नीला मोहनन द्वारा प्रदर्शनकारियों को शहर में घुसने से रोकने के कारण कादंबा बस स्टैंड के पास प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हल्की झड़प हुई। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने इसके बाद मंडोवी नदी पर बने 2 पुलों समेत शहर में प्रवेश के मुख्य मार्गों को बंद कर दिया। इससे यातायात काफी प्रभावित हुआ और अफरा-तफरी का माहौल रहा।
उत्खनन पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार 16 मार्च से प्रतिबंध लगा है। विरोध प्रदर्शन में विभिन्न ट्रक संगठनों तथा माल ढुलाई एवं उत्खनन क्षेत्र से जुड़े लोगों ने भी हिस्सा लिया। पुलिस महानिदेशक मुक्तेश चंद्र ने कहा, ‘हम इस बात कि कोशिश कर रहे हैं कि कानून एवं व्यवस्था की कोई दिक्कत न हो। गोवा से बाहर से भी पुलिस को बुलाया गया है और राज्य पुलिस के साथ उन्हें भी तैनात किया गया है।’ उन्होंने कहा कि संपत्ति को कोई नुकसान नहीं हो, इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
उत्तरी गोवा तथा दक्षिणी गोवा के लौह अयस्क प्रचुरता वाले विभिन्न गावों से प्रदर्शनकारी सोमवार सुबह शहर में आने लगे और सिटी बस स्टैंड के पास जमा होने लगे। हालांकि जिला प्रशासन ने उन्हें प्रवेशमार्ग के पास ही रोक लिया। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राज्य सरकार एवं विभिन्न पक्षों के साथ इस संकट पर बातचीत करने के लिए आज गोवा पहुंचने वाले हैं।