पणजी: गोवा का कैसीनो (जुआघर) उद्योग जल्द ही कैशलेस हो सकता है। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि इस मुद्दे पर विचार किया जाएगा। गोवा विधानसभा में जारी मानसून सत्र में भाजपा विधायक अलीना सल्दन्हा के प्रश्न के लिखित जबाव में पर्रिकर ने कहा, "हालांकि, इस मुद्दे को गोवा, दमन और दीव सार्वजनिक गैम्बलिंग (जुआ) अधिनियम, 1976 और इसके आधार पर बनाए गए नियमों की कसौटी पर परखा जाएगा।"
सल्दन्हा ने पर्रिकर से पूछा कि क्या राज्य में भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने गोवा के जुआघरों में पूरी तरह से नगदी हस्तांतरण को प्रतिबंधित करने पर विचार किया है? विधायक ने इन जुआघरों की मेजों पर नगदी के उपयोग होने का जिक्र करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार रोकने की पहल में यह बहुत बड़ी खामी है। देश के रक्षामंत्री रहे पर्रिकर राज्य के वित्तमंत्री भी हैं। गोवा में समुद्र तट से दूर पांच और समुद्र तट पर नौ जुआघर संचालित हैं। यहां प्रत्येक वर्ष करोड़ों रुपये का जुआ खेला जाता है।