पणजी: गोवा के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल से 24 वर्षीय फुटबॉलर के शव के रहस्यपूर्ण तरीके से गायब होने के मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी गई है। पुलिस महानिदेशक मुक्तेश चंद्र ने सोमवार को इस आशय का आदेश दिया। स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने मामले की जांच कराए जाने का आग्रह किया था।
पुलिस महानिदेशक के आदेश के अनुसार, "अपराध की गंभीरता को संज्ञान में लेते हुए अधिक गंभीर व प्रोफेशनल जांच के लिए तत्काल प्रभाव से इस मामले को अपराध शाखा को सौंपा जाता है।"
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को अलडोना गांव के निवासी जानुज गोंसाल्वेस के शव के गायब होने के बाद गोवा मेडिकल कॉलेज के तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया था। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक आंतरिक जांच से खुलासा हुआ था कि शव का कथित रूप से अस्पताल अधिकारियों द्वारा लावारिस शवों के साथ दाह संस्कार कर दिया गया।
यह घटना तब प्रकाश में आई, जब मृतक का परिवार शव पर दावा करने मुर्दाघर गया।
राणे ने पहले ही इस घटना के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है, वहीं कांग्रेस ने उनसे इस्तीफे की मांग की है।