चमोली: उत्तराखंड के चमोली पर कुदरत का बहुत बड़ा कहर टूटा है। एक ग्लेशियर फटने के बाद ऐसी भीषण तबाही हुई है जिसका मंज़र बेहद खौफनाक है। बताया जा रहा है कि ग्लेशियर की चपेट में आने से ऋषि गंगा प्रोजेक्ट पूरी तरह से तबाह हो चुका है। जिस समय सैलाब आया तब 70 से 75 मजदूर डैम पर काम कर रहे थे, जिसमें से कई मज़दूर बह गए। वहीं, इस घटना को लेकर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने का अनुरोध किया है।
निशंक ने ट्वीट कर लिखा है, ''उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव के पास ग्लेशियर टूटने से बड़ा प्राकृतिक प्रकोप आया है। राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा आपदा प्रबंधन सहित सभी एजेंसियों के माध्यम से इस संकट से निपटने के लिए पूर्ण तत्परता एवं सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। सभी नागरिकों से मेरा अनुरोध है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें एवं सरकार द्वारा जारी सूचनाओं एवं निर्देशों को ध्यान में रखें।''
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी ट्वीट कर लोगों से अफवाहों से बचने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, ''चमोली जिले से एक आपदा का समाचार मिला है। जिला प्रशासन, पुलिस विभाग और आपदा प्रबंधन को इस आपदा से निपटने की आदेश दे दिए हैं। किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें। सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है।'' दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, ''मैं स्वयं घटनास्थल के लिए रवाना हो रहा हूं- मेरी सभी से विनती है कि कृपया कोई भी पुराने वीडियो शेयर कर अफवाह ना फैलाएं। स्थिति से निपटने के सभी जरूरी कदम उठा लिए गए हैं। आप सभी धैर्य बनाए रखें।''