कोलकाता। बाबलु सुप्रियो के जादवपुर यूनिवर्सिटी में हुए घेराव के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ यूनिवर्सिटी पहुंचे, जहां लेफ्ट समर्थक छात्र संगठनों ने उनका विरोध किया। इस दौरान उनकी कार यूनिवर्सिटी गेट पर फंस गई, लेकिन कुछ देर बाद वो अंदर जाने में सफल हुए, जिसके बाद वो यूनिवर्सिटी में से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को लेकर निकल गए। इस दौरान राज्यपाल ने सीएम ममता बनर्जी से फोन पर बातीचत भी की।
इससे पहले बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य के मुख्य सचिव से कहा है कि जादवपुर विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा बाबुल सुप्रियो का घेराव करने के मामले में त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव राज्य में कानून प्रवर्तन एजेंसी की छवि पर नकारात्मक असर डालता है।
जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने बाबुल सुप्रियो का घेराव किया
यादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के एक समूह ने केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का घेराव किया और उन्हें काले झंडे दिखाए। सुप्रियो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) द्वारा आयोजित एक सेमिनार को संबोधित करने के लिए विश्वविद्यालय आए थे।
वामपंथी झुकाव वाले संगठनों-आर्ट फैकल्टी स्टूडेंट्स यूनियन (एएफएसयू) और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के सदस्यों ने आरंभ में ‘बाबुल सुप्रियो वापस जाओ’ के नारे लगाते हुए करीब डेढ़ घंटे तक सुप्रियो को कैंपस में प्रवेश करने से रोका। शाम पांच बजे परिसर से बाहर निकलते समय भी भाजपा नेता को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।
छात्रों ने आरंभ में ‘बाबुल सुप्रियो वापस जाओ’ के नारे लगाते हुए करीब डेढ़ घंटे तक सुप्रियो को कैंपस में प्रवेश करने से रोका। सुप्रियो ने कहा कि किसी भी घटना के लिए राज्य में तृणमूल सरकार जिम्मेदार होगी । भारी सुरक्षा के बीच संगोष्ठी में शिरकत करने वाले सुप्रियो ने कैंपस में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं यहां राजनीति करने नहीं आया हूं। विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों के व्यवहार से दुखी हूं, जिस तरह उन्होंने मेरा घेराव किया । उन्होंने मेरे बाल खींचे और मुझे धक्का दिया।’’ शाम पांच बजे परिसर से बाहर निकलते समय भी भाजपा नेता को विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ा ।
विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शन के दौरान विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास की तबीयत बिगड़ गयी और उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि यह घटना राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था का पर्याप्त सबूत है। (इनपुट भाषा)