नई दिल्ली: खालिस्तानी आतंकियों पर शिकंजा कसने में लगी खुफिया एजेंसियों और स्पेशल सेल को बड़ी कामयाबी मिली है। गुरुवार को पंजाब के मोस्ट वांटेड गैंग्सटर और खालिस्तानी आतंकी सुख बिकरीवाल को दुबई से डिपोर्ट करके भारत लाया गया। यहां दिल्ली एयरपोर्ट पर उसे दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि सुख बिकरीवाल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर पंजाब में एक के बाद एक टारगेट किलिंग करवाता था। पंजाब के शौर्य चक्र विजेता बलविंदर संधु की हत्या करवाने में भी उसका हाथ था। इसके अलावा पंजाब की नाभा जेल तोड़ने की घटना में भी वह शामिल था।
अब सुख बिकरीवाल से पूछताछ की जाएगी तो पंजाब में खालिस्तानी लिंक समेत अन्य टारगेट किलिंग से जुड़े मामलों पर बड़े खुलासे हो सकते हैं। गौरतलब है कि कुछ समय पहले ही पंजाब में होने वाली टारगेट किलिंग को लेकर खुफिया एजेंसियों की जांच पूरी हुई थी, जिसमें ISI और खालिस्तानी आतंकियों के गठबंधन की बात सामने आई थी। दिल्ली पुलिस ने बताया था कि इन आतंकियों का मकसद भारत के खिलाफ खालिस्तानी आंदोलन खड़ा करना है। गैंगस्टर सुख बिकरीवाल आईएसआई का मोहरा था, जो पंजाब में टारगेट किलिंग के लिए आदेश देता था। बताया गया है कि बिकरीवाल ने ही आतंक का सफाया कर रहे बलविंदर सिंह संधु की हत्या के लिए पकड़े गए पांच आतंकियों में से तीन को सुपारी दी थी।
सुख बिकरीवाल ने आईएसआई के इशारे पर ही पंजाब में शिवसेना नेता हनी महाजन पर अपने शूटरों से गोली चलवाई थी, जिसमें हनी महाजन को 4 गोली लगी, जबकि पड़ोसी की मौत हो गई थी। इसके अलावा बलविंदर संधू की हत्या को पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया गया। दुबई में बैठा बिकरीवाल आईएसआई और खालिस्तानी आतंकियों के बीच एक ब्रिज की तरह काम कर रहा था।