अहमदाबाद: मार्च महीने में एक एसयूवी में कथित रूप से सामूहिक बलात्कार की शिकार 22 साल की एक लड़की ने रविवार को एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी पर प्राथमिकी में बदलाव के लिये उसे ‘‘ धमकाने ’’ का आरोप लगाया। स्थानीय समाचार चैनलों से बात करते हुये युवती ने आरोप लगाया कि संयुक्त पुलिस आयुक्त जे के भट्ट ने धोखाधड़ी के एक मामले में उसके द्वारा दर्ज प्राथमिकी में बदलाव करने के लिये उसे धमकाया और उस पर दबाव बनाया। हालांकि , अहमदाबाद पुलिस आयुक्त ए के सिंह ने कहा कि उन्हें जांच कर रही टीम पर पूरा भरोसा है।
सिंह ने कहा कि पुलिस मामले की जांच के दौरान सामने आये ‘‘ विरोधाभासों ’’ को दूर करने का प्रयास कर रही है। पीड़िता ने दावा किया , ‘‘ पुलिस द्वारा मुझे बार बार तलब किया जा रहा है। मुझे प्राथमिकी में बदलाव के लिये (जेसीपी) जे के भट्ट द्वारा धमकाया जा रहा है और मुझ पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने मुझ पर झूठ बोलने का आरोप लगाया और मुझसे धोखाधड़ी के मामले में प्राथमिकी में परिवर्तन करने को कहा। वह मुझसे अपराधी जैसा व्यवहार करते हैं। ’’ युवती ने आरोप लगाया कि अधिकारी उससे अश्लील प्रश्न पूछते हैं।
उसने आरोप लगाया , ‘‘ उन्होंने (भट्ट) कहा कि (मुख्य) आरोपी (वृषभ) इस तरह का काम नहीं कर सकता। वह आरोपी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। ’’ युवती ने मांग की कि मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज किया जाये। बीते गुरुवार को अहमदाबाद के सैटेलाइट थाने में दर्ज शिकायत में महिला ने दावा किया था कि चार नकाबपोश अज्ञात लोगों ने इस साल मार्च में शहर के नेहरूनगर क्षेत्र से एक एसयूवी में उसका अपहरण किया था और उनमें से दो ने उसका बलात्कार करके पूरे कृत्य का वीडियो बनाया ताकि उसको ब्लैकमेल किया जा सके।