नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से 500 से अधिक लक्जरी कारों की चोरी और बिक्री में शामिल एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन प्रमुख सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह का प्रमुख साजिशकर्ता (किंगपिन) वसीम पिछले पांच वर्षों से दिल्ली और एनसीआर, जौनपुर (उत्तर प्रदेश) और रायपुर (छत्तीसगढ़) से इस गोरखधंधे में शामिल रहा है, जो 500 से अधिक कारों की चोरी में शामिल है।
आरोपियों से फॉर्च्यूनर, क्रेटा, ब्रेजा, स्कोडा, अर्टिगा जैसी 15 लग्जरी चोरी की गाड़ियों के साथ एक बुलेट मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है। गिरोह ने नक्सल प्रभावित इलाकों में वाहनों को बेच दिया, ताकि उन्हें बरामद करना मुश्किल हो जाए। पता चला कि उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले वसीम और उसके करीबी सहयोगी रियाज ने लगभग 5-6 साल पहले कार चोरी का एक गिरोह बनाया था।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी इंश्योरेंस कंपनी से क्षतिग्रस्त कार कागज समेत खरीद लेते थे और फिर उसी मॉडल की कार की चोरी कर उसके चेसिस व इंजन नंबर बदलकर उसे बेच देते थे। बदमाशों के निशानदेही पर ही पुलिस ने 15 लग्जरी कारें और एक बुलेट बाइक बरामद की है।
पूर्वी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने बताया कि वसीम गैंग का सदस्य है, जो दिल्ली एनसीआर में वाहनों की चोरी करता था। फिर चोरी की गाड़ियों को जौनपुर और रायपुर में बेचता था। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर दिल्ली, मेरठ, जौनपुर, रायपुर और छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाके में दबिश देकर कुणाल यादव और रजिकुल्लाह खान को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से लग्जरी कारें और बुलेट बाइक बरामद कर ली।
आरोपियों की पहचान नंदनगरी निवासी सतीश कुमार, यूपी के जौनपुर निवासी कुणाल यादव और छत्तीसगढ़ के रायपुर निवासी रजिकुल्लाह के रूप में हुई है। किंगपिन वसीम को पकड़ा जाना बाकी है और उसे गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बनाई गई हैं।