नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने गांधी परिवार की सुरक्षा को लेकर बड़ा फैसला लिया है। गृह मंत्रालय ने गांधी परिवार की SPG सुरक्षा हटाने का फैसला किया है। गांधी परिवार को अब Z+ सुरक्षा दी जाएगी। गांधी परिवार की सुरक्षा को लेकर ये फैसला गृह मंत्रालय की हाई लेवल मीटिंग में लिया गया। अब SPG की जगह CRPF के कमांडो गांधी परिवार ( सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा) की सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। इससे पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा भी हटाई जा चुकी है।
एसपीजी का गठन साल 1985 में प्रधानमंत्री को समीपवर्ती सुरक्षा कवर प्रदान करने के लिए किया गया था। अब तक एसपीजी अफसरों को 1 शौर्य चक्र, प्रतिष्ठित सेवा के लिए 39 राष्ट्रपति पुलिस पदक और 297 पुलिस पदक सराहनीय सेवा के लिए। मौजूदा समय में आईपीएस अरुण कुमार सिन्हा एसपीजी के डायरेक्टर हैं।
इसलिए लिया गया एसपीजी सुरक्षा हटाने का फैसला
गृह मंत्रालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि गांधी परिवार के खिलाफ किसी तरह का थ्रेट परसेप्शन नहीं है। इसलिए रिव्यू के बाद इनका एसपीजी सुरपक्षा कवर हटाने का फैसला लिया गया। सरकार के इस फैसले के बाद कांग्रेस से जुड़े कई नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। गौरतलब है कि सोनिया गांधी के पति एवं पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी सास एवं पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी दोनों की हत्या की गयी थी। सरकार ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा हटायी थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने की सरकार की आलोचना
गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा वापस लिये जाने के केंद्र सरकार के फैसले की कड़ी निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को इसे पूरी तरह ‘‘राजनीति से प्रेरित’’ बताते हुए इस फैसले को वापस लेने और सुरक्षा बहाल करने की मांग की।पंजाब के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से अपने फैसले पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है। खास तौर से देश में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए, जब सीमा पार से आतंकवादियों के हमले का खतरा रोज बढ़ रहा है। अमरिंदर ने कहा कि सोनिया गांधी के पति और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी सास तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की नृशंस हत्या को ध्यान में रखते हुए, गांधी परिवार को एसपीजी की सुरक्षा कोई राजनीतिक कृपा नहीं बल्कि जरूरत थी।