नयी दिल्ली: लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मियों के शहीद होने के बाद देश में चीनी निर्मित उत्पादों के बहिष्कार के आह्वान का सिलसिला जोर पकड़ता जा रहा है। दो केन्द्रीय मंत्रियों ने बृहस्पतिवार को लोगों से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की तो वहीं रेलवे ने सिग्नल एवं दूरसंचार के काम में धीमी प्रगति के कारण 471 करोड़ रुपये का चीन की एक कंपनी का ठेका रद्द करने का निर्णय लिया है। मालगाड़ियों की आवाजाही के लिये समर्पित इस खंड ‘ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ के सिग्नल व दूरसंचार का काम रेलवे ने 2016 में चीन की कंपनी बीजिंग नेशनल रेलवे रिसर्च एंड डिजायन इंस्टीट्यूट को दिया था।
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के 4जी उन्नयन में किसी भी चीनी उपकरण का इस्तेमाल नहीं करने का निर्णय लिया है और बीएसएनएल को इससे अवगत करा दिया जायेगा। महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड को भी इसी तरह का संदेश दिया जा सकता है। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार की रात चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे।
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान ने बृहस्पतिवार को लोगों से चीन के उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की। इसके साथ ही उन्होंने अपने मंत्रालय के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कार्यालय में दैनिक इस्तेमाल के लिए कोई भी चीनी उत्पाद नहीं खरीदें। भारत-चीन के बीच सीमा पर तनाव बढ़ने के बीच पासवान का यह बयान आया है।
पासवान ने कहा, ‘‘मैं हर किसी से अपील करना चाहता हूं कि चीन जिस तरह का व्यवहार कर रहा है, हम सभी चीनी उत्पादों का बहिष्कार करें।’’ उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार चीन से आयात किये गये उत्पादों पर भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) के गुणवत्ता नियमों को कड़ाई से लागू करेगी। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने चीन से दीये और फर्नीचर जैसे स्तरहीन उत्पादों के अवैध आयात पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बीआईएस द्वारा निर्धारित गुणवत्ता नियमों को सरकार सख्ती से लागू करेगी। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के तत्वावधान में, बीआईएस ने अब तक विभिन्न उत्पादों के लिए 25,000 से अधिक गुणवत्ता नियम तैयार किए हैं।
मंत्री ने कहा, ‘‘जब हमारा माल विदेश पहुंचता है, तो उनकी जांच की जाती है। हमारे बासमती चावल के निर्यात की खेप को रद्द कर दिया जाता है, लेकिन जब उनका माल भारत में आता है, तो कोई सख्त गुणवत्ता नियंत्रण नहीं होता है।’’ केन्द्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि भारत में चीनी खाद्य पदार्थ बेचने वाले सभी रेस्तरां और होटलों को बंद करने के साथ ही चीन में बने उत्पादों का बहिष्कार किया जाना चाहिए।
अठावले ने एक ट्वीट किया, ‘‘चीन धोखा देने वाला देश है। भारत में चीन की सभी वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिए। चीनी फूड और चीनी फूड के सभी रेस्तरां और होटल भारत में बंद करने चाहिए।’’ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत को अब चीन पर निर्भर नहीं रहना चाहिये और इसके बजाय घरेलू विनिर्माण में तेजी लाने के लिये अनुसंधान एवं नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिये। इस बीच रेलवे ने कानपुर और मुगलसराय के बीच 417 किलोमीटर लंबे खंड पर सिग्नल व दूरसंचार के काम में ‘‘धीमी प्रगति’’ के कारण चीन की एक कंपनी का ठेका रद्द करने का निर्णय लिया है। रेलवे ने कहा कि कंपनी को 2019 तक काम पूरा कर लेना था, लेकिन अभी तक वह सिर्फ 20 प्रतिशत ही काम कर पायी है।
व्यापारियों के संगठन कन्फेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने बृहस्पतिवार को मशहूर हस्तियों से चीनी उत्पादों का प्रचार नहीं करने की अपील की है। कैट की ओर से यह अपील गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के शहीद होने और भारत-चीन के बीच तनाव को देखते हुए की गयी है। कैट ने एक खुला पत्र लिखकर फिल्म कलाकारों आमिर खान, दीपिका पादुकोण, कैटरीना कैफ, क्रिकेटर विराट कोहली एवं अन्य मशहूर हस्तियों से चीनी उत्पादों का प्रचार रोकने के लिए कहा है। साथ ही अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, शिल्पा शेट्टी, माधुरी दीक्षित, महेंद्र सिंह धोनी, सचिन तेंदुलकर एवं अन्य से चीनी सामान के बहिष्कार के अभियान में शामिल होने के लिए भी कहा है। इसके लिए कैट ने ‘भारतीय सामान-हमारा अभिमान’ अभियान चलाया है।
कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने पत्र में कहा है कि चीन की सेना ने बहुत बर्बरता से भारतीय सेना पर लद्दाख में हमला किया। इसमें हमारे 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए, इससे हर भारतीय दुखी है। जम्मू कश्मीर समेत देश के कई भागों में चीन विरोधी प्रदर्शन हुए। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह देशभर में एक अभियान चलाकर लोगों से चीनी सामानों और मोबाइल फोन का बहिष्कार करने की अपील करेगी।