लेह: लद्दाख की गलवान घाटी में एक साल पहले चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई। 15 जून 2020 को चीनी आक्रमण का मुकाबला करते हुए सेना के 20 जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे और चीन की पीएलए को भारी नुकसान पहुंचाया था। इन सैनिकों की शहादत को नमन करते हुए सेना की फायर एंड फ्यूरी कोर ने श्रद्धांजलि दी।
एक समारोह में सीओएस, फायर एंड फ्यूरी कोर, मेजर जनरल आकाश लेह में प्रतिष्ठित युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण किया। उन्होंने कहा कि देश इन वीर सैनिकों का सदा आभारी रहेगा, जिन्होंने सबसे कठिन ऊंचाई वाले इलाके में लड़ाई लड़ी और राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया।
पिछले करीब पांच दशकों में सीमाई क्षेत्र में सबसे घातक झड़प में पिछले साल 15 जून को गलवान घाटी में भारत के 20 सैनिकों की मौत हो गयी थी। इसके बाद दोनों सेनाओं ने टकराव वाले कई स्थानों पर बड़े पैमाने पर जवानों और हथियार समेत साजो-सामान की तैनाती कर दी। इस साल फरवरी में चीन ने आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया कि भारतीय सैन्यकर्मियों के साथ झड़प में पांच चीनी सैन्य अधिकारी और जवान मारे गए थे, जबकि माना जाता है कि चीनी पक्ष में मृतकों की संख्या इससे ज्यादा थी।