लेह. सोमवार रात गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। इस झड़प में भारतीय सेना के जवानों ने चीन के मंसूबों पर पानी फेर दिया। चीन को इस संघर्ष में भारी नुकसान उठाना पड़ा और उसके करीब 43 सैनिक मारे गए। चीनी PLA द्वारा किए गए इस हमले में भारत के कई जवान घायल भी हो गए।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस घटना में जख्मी हुए भारत के सभी जवान अब ठीक हैं। 18 जवान लेह के अस्पताल में भर्ती हैं, जो 15 दिन के अंदर अपने मोर्चे पर वापस होंगे। इसके अलावा 58 जवान अन्य अस्पतालों में भर्ती हैं, जो हफ्ते भर में अपनी ड्यूटी ज्वॉइन करेंगे। चीनी PLA द्वारा किए गए अटैक में भारत के कुल 111 जवान उनके संपर्क में आए।
झड़प के बाद से सेना का कोई जवान लापता नहीं
भारतीय सेना ने बृहस्पतिवार को उन मीडिया खबरों को खारिज किया कि जिनमें दावा किया गया है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़पों के बाद उसके कई सैनिक लापता है। सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘यह स्पष्ट किया गया है कि कार्रवाई में कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं हैं।’’
इस तरह की खबरें थी कि गलवान घाटी में हिंसक झड़प के बाद चीनी सेना ने भारतीय सेना के कुछ सैनिकों को बंदी बना लिया है। इस झड़प में 20 भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गये थे। चीन ने हताहतों की संख्या अभी तक जारी नहीं की है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने भी एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि सोमवार को हुई झड़प के बाद से कोई भारतीय सैनिक लापता नहीं हुआ है। भारतीय और चीनी सेनाओं ने गलवान घाटी और इसके आसपास के क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन मेजर जनरल-स्तर की वार्ता की।