नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में कटौती कर दी जिसके बाद बीजेपी शासित 13 राज्य सरकारों ने भी वैट कम कर दिया है। इससे इन राज्यों में पेट्रोल और डीजल पांच-पांच रुपये प्रति लीटर कम हो गया है लेकिन कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों की जहां सरकार है वहां वैट में कोई राहत नहीं दी गई है। दिल्ली, बंगाल, कर्नाटक, केरल की सरकारों ने वैट कम नहीं किया जिससे इन राज्यों में तेल सिर्फ ढाई रुपये सस्ता हुआ है।
केंद्र ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में डेढ रुपए कमी की, साथ ही तेल कंपनियों को प्रति लीटर पेट्रोल-डीजल में एक रुपए कम करने का निर्देश दिया। इसके अलावा केंद्र ने राज्य सरकारों से भी ढ़ाई रूपए वैट कम करने की अपील की थी जिसके बाद बीजेपी शासित राज्यों ने तेल की कीमत में ढ़ाई रूपए की कटौती का एलान कर दिया। हालांकि कई लोग इसे वोट की खातिर उठाया गया कदम बता रहे हैं।
बता दें कि मुंबई समेत महाराष्ट्र में पेट्रोल के दाम 90 के पार पहुंच गए थे लेकिन 5 रुपए की कमी के बाद आज मुंबई में पेट्रोल 86 रुपए 34 पैसे और डीजल 77 रुपए 60 पैसे प्रति लीटर पर आ गया। वहीं उत्तर प्रदेश में पेट्रोल दिल्ली से थोड़ा महंगा होता था लेकिन केंद्र के साथ राज्य सरकार ने वैट में कमी की तो यूपी में पेट्रोल 78 रुपए 30 पैसे और डीजल 70 रुपए 58 पैसे प्रति लीटर हो गया।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने वैट में छूट नहीं दी है जिससे दिल्ली के लोगों को पेट्रोल-डीजल में सिर्फ ढाई रुपए की ही राहत मिली है। आज दिल्ली में पेट्रोल की नई कीमत है 81 रुपए 50 पैसे और पेट्रोल है 72 रुएप 95 पैसे प्रति लीटर है। कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और केरल की सरकार ने भी फिलहाल पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने से मना कर दिया है इसीलिए वहां अभी पेट्रोल-डीजल के दाम में सिर्फ ढाई रुपए ही कम हो पाए हैं।
केंद्र और बीजेपी शासित राज्यों की इस पहल पर कांग्रेस ने तंज कसा और कहा कि हजारों घाव देकर मोदी सरकार ने अब 'बैंड-एड' लगाया है लेकिन तेल के दाम घटने से लोग खुश हैं। हालांकि उनका कहना है कि इसका कोई स्थायी समाधान होना चाहिए।