नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन देश में शुरू हो गया है। इसी को लेकर जालसाज लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से होने का दावा करने वाले कुछ ऑनलाइन जालसाज आपके साथ कोरोना वैक्सीन के नाम पर धोखीधड़ी कर सकते हैं। आजकल ऑनलाइन ठग लोगों को कोरोना वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन को लेकर फोन कॉल कर रहे हैं और फिर आपसे आधार और ओटीपी की जानकारी लेकर उसका गलत इस्तेमाल कर आपके साथ धोखाधड़ी कर सकते हैं।
सरकार के लिए तथ्यों की जांच करने वाली सरकारी संस्था प्रेस इनफॉरमेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने इसको लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ट्वीट कर कहा है कि 'ड्रग अथॉरिटी ऑफ इंडिया से होने का दावा करने वाले कुछ जालसाज वरिष्ठ नागरिकों को कोरोना वैक्सीन आवंटन के लिए अपने आधार और ओटीपी की पुष्टि करने के लिए बुला रहे हैं। यह जालसाजों की करतूत है। ऐसे टेलीकॉलर्स को कभी भी ओटीपी और व्यक्तिगत विवरण न दें।'
साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक टीम ने ये भी कहा है कि कथित तौर पर टेलीकॉलर्स डीसीजीआई का नाम बताते हुए कोविड टीका आवंटन के लिए आधार और ओटीपी की पुष्टि के लिए धोखाधड़ी कर रहे हैं। आप किसी को भी ओटीपी और आधार की डिटेल्स शेयर न करें।
कोरोना वैक्सीन: मैसेज और ईमेल-कॉल को लेकर रहें अलर्ट
कोरोना वैक्सीन के नाम पर ऑनलाइन जालसाज लगातार लोगों को अपना शिकार बनाने में जुटे हुए हैं। कोरोना वैक्सीन को लेकर आने वाले फोन कॉल, ई-मेल और मैसेज को लेकर सावधान रहें। सायबर ठगी करने वाले लोग कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन करने या ऐप डाउनलोड करने का झांसा देकर आधार कार्ड नंबर या अन्य जरूरी दस्तावेजों की जानकारी लेते हैं। इसके बाद ओटीपी नंबर पूछकर ठगी कर लेते हैं। पहले भी आधार नंबर को बैंक खाते से लिंक करने के नाम पर खूब ऑनलाइन ठगी की गई है। ठगों ने कभी बैंककर्मी बनकर, तो कभी आधार कार्ड बनाने वली कंपनी का कर्मचारी बनकर लोगों को जाल में फंसाया है। इसके बाद बैंक खाता नंबर, आधार नंबर व एटीएम कार्ड नंबर पूछकर पूरा बैंक खाता खाली कर देते थे। इसी तरह के कई मामले पुलिस के पास आ चुके हैं। इसलिए आपको बेहद सतर्क और सावधान रहने की जरूरत है वरना कहीं आप भी ठगी का शिकार न हो जाएं।