नई दिल्ली: आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ और आतंकवादी मसूद अजहर को बैन करने की मांग को लेकर फ्रांस भी खड़ा हो गया है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले कुछ दिनों में फ्रांस अब UN में आतंकी मसूद अजहर को बैन करने का प्रस्ताव पेश करेगा। जैश-ए-मोहम्मद वही आतंकी संगठन है जिसने पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली है। और, मजूद अजहर इस आतंकी संगठन का चीफ है। हमले में 40 CRPF के जवान शहीद हुए हैं।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को चौतरफा घेरने की कोशिश में जुटे भारत के लिए ये बड़ी सफलता साबित हो सकती है। हालांकि, फ्रांस ने पहले भी पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की थी। और, अब फ्रांस से आ रही ये खबर भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत की ओर इशारा कर रही है। हालांकि, इससे पहले भी फ्रांस UN में इस तरह से प्रस्ताव का हिस्सा रह चुका है।
इससे पहले साल 2017 में फ्रांस और ब्रिटेन के समर्थन के साथ अमेरिका ने UN की प्रतिबंध समिति के सामने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन को बैन करने का प्रस्ताव पेश किया था। हालांकि, उस वक्त चीन ने इसका विरोध किया था। और, इस बार भी चीन ही JeM चीफ मसूद अजहर को बैन करने के प्रस्ताव का विरोध कर सकता है।
(इनपुट- PTI)