देहरादून: उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल बनवारी लाल जोशी का आज यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हृदय के वाल्व में संक्रमण के चलते निधन हो गया। वह 82 साल के थे। कई राज्यों के राज्यपाल रहे पूर्व पुलिस अधिकारी जोशी को 20 दिन पहले इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
उत्त्तराखंड के राज्यपाल डा. कृष्णकांत पाल ने प्रदेश के पूर्व राज्यपाल बी एल जोशी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। जोशी अक्टूबर, 2007 से जुलाई, 2009 तक उत्त्तराखंड के राज्यपाल रहे हैं। यहां राजभवन से जारी अपने संदेश में राज्यपाल ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोकसंतप्त परिवार को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
डा. पाल ने दिवंगत जोशी को एक सक्षम प्रशासक बताया जिन्होंने अपने करियर की शुरूआत 1957 में पुलिस सेवा से की और कई प्रशासनिक पदों पर काम किया। वर्ष 1991 में उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी और राजस्थान में मानवाधिकार आयोग के सदस्य बन गये। अपनी पुरानी यादों को साझा करते हुए डा. पाल ने कहा कि वर्ष 2004 से 2007 तक जोशी के दिल्ली के उपराज्यपाल पद पर रहने के दौरान वह दिल्ली के पुलिस कमिशनर थे और उन्हें उनके साथ नजदीक से काम करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि जोशी ने उत्तराखंड के अलावा मेघालय और उत्त्तर प्रदेश के राज्यपाल का पद भी संभाला और हर पद पर उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों का समर्पण के साथ निर्वहन किया। राज्यपाल की तरफ से उनके एडीसी ने जोशी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया और श्रद्धांजलि दी।
उत्त्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी प्रदेश के पूर्व राज्यपाल जोशी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री रावत ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिवारजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
अपने शोक संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवंगत जोशी एक कुशल प्रशासक होने के साथ ही सादा जीवन और उच्च विचार के प्रतीक थे। उन्होंने कहा कि उनका उत्तराखण्ड से विशेष लगाव रहा है।