नई दिल्ली: इमरान खान की सरकार जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार हनन का आरोप लगा रही है। आज यूएनएचआरसी की बैठक में इमरान सरकार इस मुद्दे को उठाने वाली भी है लेकिन उन्हीं की पार्टी के एक नेता ने अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए भारत में राजनीतिक शरण की मांग की है। सिख समुदाय से जुड़े पाकिस्तानी नेता बलदेव कुमार ने भारत में राजनीतिक शरण मांगी है।
पाकिस्तान के पूर्व विधायक बलदेव कुमार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार से दुखी हैं। बलदेव पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ के नेता हैं और पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बारीकोट रिजर्व सीट से विधायक रहे हैं। बलदेव कुमार इन दिनों पंजाब के खन्ना में पूरे परिवार के साथ रह रहे हैं।
बलदेव कुमार ने कुछ महीने पहले परिवार को यहां पंजाब के लुधियाना में अपने रिश्तेदारों के पास खन्ना शहर भेज दिया था। 12 अगस्त को तीन महीने के वीजा पर खुद बलदेव भी यहां आ गए थे, लेकिन अब वे वापिस नहीं लौटना चाहते।
बलदेव के मुताबिक साल 2016 में उनके विधानसभा क्षेत्र के विधायक की हत्या हो गई थी। इस मामले में उन पर झूठे आरोप लगाए गए और उन्हें दो साल तक जेल में रखा गया। हैरानी की बात यह है कि विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने के दो दिन पहले उन्हें हत्या के मामले में बरी कर दिया गया। ऐसे में बलदेव शपथ लेकर 36 घंटे के लिए विधायक रहे।