नई दिल्ली। देश के पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन का रविवार को निधन हो गया। इस बात की जानकारी पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने दी। उन्होंने तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। टीएन शेषन देश के दसवें चुनाव आयुक्त थे। उन्हें भारतीय चुनाव प्रणाली में सुधारों की बयार लाने के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
1955 बैच के आईएएस अफसर टीएम शेषन साल 1990 से साल 1996 तक देश के मुख्य चुनाव आयुक्त रहे। इस दौरन उन्होंने चुनाव प्रणाली में कई सुधार किए, जिन्हें धरातल पर महसूस किया गया। उन्हें साल 1996 में रमन मेग्सेसे अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
पिछले कुछ वर्ष से सही नहीं था स्वास्थ्यपूर्व चुनाव आयुक्त का स्वास्थ्य पिछले कुछ वर्ष से ठीक नहीं था। दिल का दौरा पड़ने से रविवार रात करीब साढ़े नौ बजे उनका निधन हो गया। अपनी स्पष्टवादिता के लिए प्रसिद्ध शेषन बढ़ती उम्र के कारण पिछले कुछ वर्ष से सिर्फ अपने आवास पर रह रहते थे। उनका बाहर आना-जाना लगभग ना के बराबर हो गया था।
टीएन शेषन पहले ऐसे चुनाव आयुक्त थे जिन्होंने बिहार में 4 चरणों में मतदान करवाया। इस दौरान उन्होंने चुनाव की तारीखें भी बदलीं और कई जगह चुनाव रद्द भी करवाए। लालू यादव ने अपनी रैलियों में उनके खिलाफ बयानबाजी भी की। टीएन शेषन ने चुनाव में बूथ कैप्चरिंग रोकने के लिए केंद्रीय पुलिस बल का इस्तेमाल किया।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पूर्व चुनाव आयुक्त टीएन शेषन के निधन पर पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। उन्होंने लिखा, “श्री टी एन शेषन एक उत्कृष्ट सिविल सेवक थे। उन्होंने अत्यंत परिश्रम और निष्ठा के साथ भारत की सेवा की। चुनावी सुधारों के प्रति उनके प्रयासों ने हमारे लोकतंत्र को मजबूत और अधिक सहभागी बनाया है। उनके निधन से पीड़ा हुई। ऊं शांति।”