नई दिल्ली। अफगानिस्तान से भारतीयों से सकुशल वापसी के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक स्पेशल सेल बनाया है जिसमें विदेश मंत्रालय के 20 से ज्यादा अधिकारी दिन रात काम कर रहे हैं और अफगानिस्तान से जुड़े हर हालात पर नजर बनाए हुए हैं। विदेश मंत्रालय ने इस सेल को 16 अगस्त की शाम को स्थापित किया था, 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा कर लिया था।
अफगानिस्तान से भारतीयों की वापसी के लिए विदेश मंत्रालय के सेल में वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख और निर्देशों पर युवा अधिकारी काम कर रहे हैं। मंत्रालय ने 20 से ज्यादा अधिकारियों को इस काम पर लगाया हुआ है और 24 घंटे सेल में अफगानिस्तान के हालात पर नजर बनी हुई है।
सेल में काम कर रहे अधिकारी अफगानिस्तान के बारे में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपडेट कर रहे हैं, कोई अगर कॉल कर रहा है तो उसे अटेंड कर रहे हैं, ईमेल तथा व्हाट्सएप संदेशों के जवाब भेज रहे हैं और अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के मौजूदा हाल पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा अगर कोई मदद मांग रहा है तो उसका भी जवाब भेजा जा रहा है और साथ में क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं, इसकी भी जानकारी दी जा रही है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे की पृष्ठभूमि में विदेश मंत्रालय ने स्वदेश लौटने के इच्छुक लोगों तथा अन्य संबंधित विषयों में समन्वय के लिए ‘अफगानिस्तान प्रकोष्ठ’ का गठन किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रकोष्ठ के गठन को लेकर कहा कि युद्ध से जर्जर देश से वापस लौटने के इच्छुक हिन्दुओं और सिखों की सरकार मदद करेगी। बागची ने ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्रालय ने स्वदेश वापसी और अफगानिस्तान से अन्य अनुरोध के समन्वय के लिए विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ गठित किया है।’’ उन्होंने संपर्क के लिए फोन नंबर +919717785379 और ईमेल आईडी ‘एमईएहेल्पडेस्कइंडिया ऐट जीमेल डॉट कॉम’ भी उपलब्ध कराया है।