नयी दिल्ली: बिहार और असम में बाढ़ का कहर मंगलवार को जारी रहा और दोनों राज्यों में कुल 55 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, केरल में बेहद भारी बारिश की भविष्यवाणी के बाद रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने राज्य में बेहद भारी बारिश की संभावना जतायी है। बिहार में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की करीब 19 टीमों को तैनात किया गया है। केन्द्र ने राज्य सरकार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है। राज्य में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है और 16 जिलों में 25.71 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
अधिकारियों के अनुसार, नेपाल के जलक्षेत्रों में असामान्य मूसलाधार वर्षा और उसके बाद नदियों में बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने के कारण बिहार में बाढ़ आई है। यहां एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। असम के 33 जिले भी बाढ़ की चपेट में हैं, जिनमें 22 लोगों की मौत हुई है और 45 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
बर्बादी की इस बाढ़ पर सरकार की भी नज़र है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएम सर्बानंद सोनावाल से बात कर चुके हैं। मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं तो केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भी जलमग्न इलाकों का एरियल सर्वे किया है। बाढ पीड़ितों के लिए क़रीब 700 रिलीफ सेंटर्स खोले गए हैं। केंद्र की तरफ से भी 250 करोड़ की आर्थिक मदद दी गई है लेकिन ये विकराल बाढ़ हर दिन मदद और राहत नाम के शब्द को अपने साथ बहाती जा रही है।
असम में आयी बाढ़ से काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 150 से अधिक शिकार रोकथाम शिविर प्रभावित हुए हैं। हालांकि इस राष्ट्रीय उद्यान में शिकार पर लगाम लगाने के लिये अधिकारी 24 घंटे काम कर रहे हैं। कांजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थलों में शामिल है।
देश के उत्तरी हिस्से में पंजाब और हरियाणा में भारी बारिश जारी है जबकि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में लगातार दूसरे दिन बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग के बुलेटिन के अनुसार केरल के छह जिलों में 24 घंटे के भीतर 204 मिलीमीटर तक बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। राज्य के इडुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर, एर्नाकुलम और त्रिशूर जिलों में 18-20 जुलाई के दौरान बेहद भारी वर्षा होने की संभावना है।