गुवाहाटी। असम में बाढ़ में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है और करीब 54 लाख लोग विस्थापित हुए हैं। राज्य के 33 में से 28 जिले अब भी भीषण बाढ़ की चपेट में हैं, हालांकि शिवसागर में जलस्तर में कुछ कमी आई है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य पानी में डूबे हुए हैं और ब्रह्मपुत्र तथा इसकी सहायक नदियां गुवाहाटी समेत कई स्थानों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के शाम के बुलेटिन के अनुसार, धेमाजी, लखीमपुर, विश्वनाथ, सोनितपुर, दरांग, उदालगिरी, बक्सा, बारपेटा, नलबाड़ी, चिरांग, बोंगाईगांव, कोकराझार, धुब्री समेत 28 जिलों में 53,52,107 लोग प्रभावित हुए हैं। एएसडीएमए ने बताया कि बृहस्पतिवार को नौ और लोगों की मौत की खबर मिली है। इनमें से तीन लोगों की मौत मोरीगांव, दो की विश्ववनाथ और एक-एक व्यक्ति की मौत सोनितपुर, उदालगिरी, बोंगाईगांव और बारपेटा जिलों में हुई।
बाढ़ का सबसे अधिक प्रभाव बारपेटा जिले में हुआ है जहां 13.48 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। इसके अलावा पूरे राज्य में चार हजार घरों को नुकसान हुआ है। 130 मवेशी बह गए हैं और छोटे बड़े 25 लाख से अधिक पशु प्रभावित हुए हैं। 23 लाख कुक्कुट पालन पक्षी भी प्रभावित हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि 2.26 लाख से अधिक विस्थापितों ने जिला प्रशासन द्वारा लगाए गए 1,080 राहत शिविरों और 689 राहत वितरण केन्द्रों में शरण लिये हुए हैं।