नई दिल्ली। फिटनेस के महत्व पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्कूलों से दिसम्बर महीने में फिट इंडिया सप्ताह मनाने और फिट इंडिया रैकिंग में शामिल होने को कहा ताकि जागरूकता बढ़े और फिट इंडिया एक जनआंदोलन बन सके। आकाशवाणी पर प्रसारित ‘‘मन की बात’’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में फिट इंडिया आंदोलन से सभी परिचित हो गए होंगे।
सीबीएसई ने फिट इंडिया सप्ताह की एक सराहनीय पहल की है। स्कूल फिट इंडिया सप्ताह दिसम्बर महीने में कभी भी मना सकते हैं। इसमें फिट इंडिया को लेकर कई प्रकार के आयोजन किए जाने हैं जिसमें क्विज, निबंध, लेख, चित्रकारी, पारंपरिक और स्थानीय खेल, योगासन, नृत्य एवं खेलकूद प्रतियोगिताएं शामिल हैं। मोदी ने कहा कि फिट इंडिया सप्ताह में विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके शिक्षक और माता-पिता भी भाग ले सकते हैं।
फिट इंडिया मतलब सिर्फ दिमागी कसरत, कागजी कसरत या लैपटाप या कम्प्यूटर पर या मोबाइल फोन पर फिटनेस की एप देखते रहना नहीं है बल्कि पसीना बहाना है और खाने की आदतें बदलना है। उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादा से ज्यादा ध्यान करने की आदत बनानी है। मैं देश के सभी राज्यों के स्कूल बोर्ड एवं स्कूलों के प्रबंधन से अपील करता हूँ कि हर स्कूल में, दिसम्बर महीने में फिट इंडिया सप्ताह मनाया जाए। इससे फिटनेस की आदत हम सभी की दिनचर्या में शामिल होगी।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि फिट इंडिया आंदोलन में फिटनेस को लेकर स्कूलों की रैकिंग की व्यवस्था भी की गई हैं।
इस रैकिंग को हासिल करने वाले सभी स्कूल, ‘फिट इंडिया लोगो’ और और झंडे का इस्तेमाल भी कर पाएंगे। मोदी ने कहा कि फिट इंडिया पोर्टल पर जाकर स्कूल स्वयं को फिट घोषित कर सकते हैं। फिट इंडिया थ्री स्टार रेटिंग और फिट इंडिया फाइव स्टार रेटिंग भी दी जाएगी। मैं अनुरोध करते हूँ कि सभी स्कूल, फिट इंडिया रैंकिंग में शामिल हों और फिट इंडिया सहज स्वभाव बने, एक जनांदोलन बने और उससे जागरूकता आए, इसके लिए प्रयास करना चाहिए।