नई दिल्ली: उत्तर पश्चिम दिल्ली के पीरागढ़ी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को बैट्री की एक फैक्ट्री में आग लग गई और इसके बाद फैक्ट्री का एक बड़ा हिस्सा भीषण धमाके के साथ ध्वस्त हो गया। हादसे में एक दमकलकर्मी की मौत हो गई जबकि 14 अन्य दमकल कर्मचारी घायल हो गए। ऐसे में हमारे संवाददाता अभय पराशर ने जानकारी जुटाई कि 2016 से जनवरी 2020 तक छह दमकल कर्मियों की आग बुझाते हुए मौत हुई। इसमें 2016 में दो, 2017 में तीन और 2020 में एक दमकल कर्मी की मौत हुई।
वहीं, पीरागढ़ी क्षेत्र में बृहस्पतिवार को लगी आग की घटना के बारे में बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि इमारत से कम से कम 18 लोगों को बचाया गया, जिनमें इमारत की देखभाल करने वाले दो लोग व एक चौकीदार शामिल हैं। मृत दमकलकर्मी की पहचान अमित बालियान (20) के तौर पर हुई है, उसे घायल अवस्था में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में भर्ती कराया गया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘बेहद दुःख के साथ बताना पड़ रहा है कि लोगों को आग से बचाते-बचाते हमारा एक जांबाज शहीद हो गया। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। हमारे दमकलकर्मी जोखिम भरी परिस्थितियों में अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों को बचाते हैं।’’ दिल्ली के उप राज्यपाल अनिल बैजल ने भी दमकलकर्मी की मौत पर दुख जताया है।
उन्होंने कहा, “दमकल कर्मी अमित बालियान की मौत से गहरा दुख हुआ। अमित ने अपने दल के सदस्यों के साथ लोगों की जान बचाने के लिये बहादुरी से जंग लड़ी। मैं उसकी बहादुरी की सलाम करता हूं। उसके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। घायलों और मृतक के परिजनों को हर संभव सहायता मुहैया कराई जाएगी।” एक अधिकारी ने बताया कि तड़के चार बजकर 23 मिनट पर फैक्ट्री में आग लगने की सूचना मिली जिसके बाद दमकल वाहनों को घटनास्थल पर भेजा गया।
दमकल कर्मी जब आग बुझा रहे थे तभी विस्फोट हुआ और इमारत का बड़ा हिस्सा गिर गया। दमकल विभाग के मुताबिक आग पर काबू पा लिया गया है और फिलहाल उस जगह को ठंडा करने की प्रक्रिया चल रही है। मलबे में फंसे सभी दमकलकर्मियों को निकाल लिया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि दमकलकर्मी जब आग बुझाने की कोशिश में जुटे थे उस दौरान इमारत से धुएं का गुबार निकल रहा था।
उसने बताया कि आग की लपटों में घिरी इमारत में कई धमाकों की आवाज सुनी गई। पास ही स्थित प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने वाले संतोष कुमार ने कहा कि सुबह करीब नौ बजे इमारत का पिछला हिस्सा ढह गया। उन्होंने कहा, “दो से चार लोग तब भी इमारत के अंदर फंसे थे और उनकी चीख सुनी जा रही थी। दमकलकर्मियों ने सीढ़ी की मदद से उन्हें बचाया। वे जीवित थे।”
पुलिस के मुताबिक इमारत की देखभाल करने वाले दो लोगों और एक चौकीदार समेत 18 लोगों को बचाया गया। अंदर फंसे लोगों में से अधिकतर दमकलकर्मी थे, जिनमें से दो की हालत गंभीर है जबकि अन्य खतरे से बाहर हैं। पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत पुलिस विधिक कार्रवाई कर रही है। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने घटनास्थल का दौरा किया और मामले में मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया। एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के कर्मी और अन्य अधिकारी स्थिति को काबू में करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे।
उन्होंने बताया कि दमकल की 35 गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद थी। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि फैक्ट्री के एक सुरक्षाकर्मी समेत घायलों को निकटतम अस्पताल ले जाया गया है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने घटना स्थल का दौरा करने के बाद कहा कि उन्हें पता चला है कि मंजीत राणा नाम के एक व्यक्ति की हालत गंभीर है। यह घटना बड़ी है। जांच की जानी चाहिए। यह आग सुबह करीब चार बजे लगी थी और दमकलकर्मी अब भी आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं।