नयी दिल्ली: देश में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्यप्रदेश, बिहार और चुनाव वाले कर्नाटक राज्य के कई हिस्सों में नकदी की तंगी होने की रिपोर्ट मिली है और एटीएम खाली पड़े हैं। हालांकि, सरकार ने इसे फौरी कमी बताया है और पिछले तीन माह के दौरान नकदी की मांग में अचानक आई तेजी को इसकी वजह बताया।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस मुद्दे पर कहा कि कुछ राज्यों में नकदी की जो अस्थाई तौर पर कमी सामने आईहै उसे दूर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस समय अर्थव्यवस्था में उपयुक्त से भी ज्यादा नकदी का प्रसार है। जेटली गुर्दे की बीमारी के कारण दो अप्रैल से कार्यालय नहीं आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश में मुद्रा की स्थिति उन्होंने समीक्षा की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा , ‘‘ कुल मिलाकर तंत्र में सामान्य से भी ज्यादा मुद्रा प्रसार में हैं और बैंकों के पास भी इसकी कमी नहीं है। कुछ क्षेत्रों में ‘‘ अचानक और असाधरण तरीके से ( मांग में हुई वृद्धि )’’ के कारण जो तंगी की स्थिति बनी है उसका निदान किया जा रहा है।’’
वित्त मंत्रालय के यहां जारी वक्तव्य में देश के कुछ हिस्सों में नकदी की तंगी होने और कुछ एटीएम में नकदी उपलब्ध नहीं होने की रिपोर्टों की पुष्टि की गई है। हालांकि इसमें यह भी कहा गया है कि पिछले तीन माह के दौरान देश में मुद्रा की मांग में असामान्य तरीके से मुद्रा की मांग बढ़ी है। इसमें कहा गया है कि अप्रैल माह के 13 दिन में मुद्रा आपूर्ति में 45,000 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।इस दौरान आंध्र प्रदेश , तेलंगाना , कर्नाटक , मध्य प्रदेश औश्र बिहार के कुछ हिस्सों में मुद्रा मांग में असामान्य तेजी आई है।
वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि सरकार ने समस्या के निदान के लिये एक समिति गठित की है और अगले दो से तीन दिन में इसे हल कर लिया जायेगा। ‘‘ सरकार ने राज्यवार समिति बनाईहै। एक राज्य से दूसरे राज्य में मुद्रा स्थानांतरित करने के लिये रिजर्वबैंक ने समिति बनाईहै। मुद्रा स्थानांतरित करने के लिये रिजर्वबैंक की अनुमति लेनी होती है।’’ रिजर्वबैंक की रिपोर्ट के मुताबिक देश में मुद्रा प्रसार इस समय नोटबंदी के समय से पहले के स्तर 17 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है। वित्त मंत्रालय ने कहा है , ‘‘ मुद्रा की कोई तंगी नहीं है , इसका उपयुक्त स्टॉक उपलब्ध है। पांच सौ , दो सौ और सौ रुपये के नोट की कोई तंगी नहीं है।’’
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा यह कहना सही नहीं होगा कि देश में नकदी की कमी है। कृषि उपज की खरीद के चलते इसमें कुछ असंतुलन की स्थिति हो सकती है, क्योंकि अनाज खरीद शुरू होने पर नकदी की मांग बढ़ जाती है। इस समय पंजाब , मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में खरीद मौसम के चलते नकदी की मांग बढ़ी है।