नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में जीडीपी आंकड़ों में वृद्धि की सराहना करते हुए केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि पांच तिमाहियों के बाद अर्थव्यवस्था में आई तेजी आगे भी वृद्धि का संकेत है और आनेवाली तिमाहियों में इसमें और भी वृद्धि देखने को मिलेगी। जेटली ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पिछली पांच तिमाहियों से अर्थव्यवस्था में गिरावट थी। वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में 6.3 फीसदी की वृद्धि दर इस रुख के उलटा होने का संकेत है। इसके अतिरिक्त यह इस तरफ भी इशारा करता है कि नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) का असर अब पीछे छूट चुका है और अब आनेवाली तिमाहियों में अर्थव्यवस्था ऊपर की तरफ जाएगी।"
उन्होंने कहा कि यह आंकड़ों का शुरुआती विश्लेषण है, "उम्मीद है कि आनेवाली तिमाहियों में हम विकास दर को ऊपर की तरफ ले जाएंगे।"जेटली ने कहा कि अगर कोई साल 2014 के मई से गणना करे तो कुल 13 तिमाहियों में अर्थव्यवस्था ने आठ बार सात फीसदी का विकास दर हासिल किया है। हम केवल एक बार छह फीसदी से नीचे आए हैं।
आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली कि विनिर्माण क्षेत्र की वृद्धि से वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही में देश की विकास दर बढ़कर 6.3 फीसदी रही, जिसने पिछली पांच तिमाहियों से हो रही गिरावट का सिलसिला तोड़ा है। क्रमिक आधार पर देश की जीडीपी दर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 6.3 फीसदी रही, जबकि पहली तिमाही में यह 5.7 फीसदी थी।