नई दिल्ली। अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया को गति देने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय ने 16 अगस्त को दिल्ली में एक विशेष सेल बनाया है और उस सेल में बैठे विदेश मंत्रालय के अधिकारी दिन रात अफगानिस्तान से हालात पर नजर बनाए हुए हैं तथा वहां फंसे भारतीयों को सुरक्षित निकालने, लोगों के सवालों के जवाब देने तथा उनकी हर संभव सहायता के लिए उनसे संपर्क कर रहे हैं।
इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विदेश मंत्रालय के इस स्पेशल सेल में 16 अगस्त से लेकर 21 अगस्त तक यानि 5 दिन में 2000 फोन कॉल अटेंड किए जा चुके हैं, 6000 व्हाट्सएप मैसेज का उत्तर दिया जा चुका है और 1200 ईमेल का जवाब दिया गया है। इस स्पेशल सेल में विदेश मंत्रालय के 20 से ज्यादा अधिकारी काम कर रहे हैं और सेल 24 घंटे काम कर रहा है।
सेल में काम कर रहे अधिकारी अफगानिस्तान के बारे में अपने वरिष्ठ अधिकारियों को अपडेट कर रहे हैं, कोई अगर कॉल कर रहा है तो उसे अटेंड कर रहे हैं, ईमेल तथा व्हाट्सएप संदेशों के जवाब भेज रहे हैं और अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों के मौजूदा हाल पर पूरी नजर बनाए हुए हैं। इसके अलावा अगर कोई मदद मांग रहा है तो उसका भी जवाब भेजा जा रहा है और साथ में क्या किया जाना चाहिए और क्या नहीं, इसकी भी जानकारी दी जा रही है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रकोष्ठ के गठन को लेकर कहा था कि युद्ध से जर्जर देश से वापस लौटने के इच्छुक हिन्दुओं और सिखों की सरकार मदद करेगी। बागची ने पिछले हप्ते ट्वीट किया, ‘‘विदेश मंत्रालय ने स्वदेश वापसी और अफगानिस्तान से अन्य अनुरोध के समन्वय के लिए विशेष अफगानिस्तान प्रकोष्ठ गठित किया है।’’ उन्होंने संपर्क के लिए फोन नंबर +919717785379 और ईमेल आईडी ‘MEAHEALPDESKINDIA@GMAIL.COM’ भी उपलब्ध कराया है।