पारदर्शिता के लिए मतपत्र प्रणाली फिर से लागू करने की वकालत करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को ईवीएम को ‘चोर’ मशीन करार दिया। तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की ओर से आयोजित संयुक्त विपक्ष की रैली को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘यह किसी एक व्यक्ति (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) को सत्ता से बाहर करने की बात नहीं है। यह देश को बचाने और आजादी के लिए लड़ने वालों के बलिदान का सम्मान करने की बात है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईवीएम, चोर मशीन है। ईमानदारी से कह रहा हूं। इसके इस्तेमाल पर रोक लगनी चाहिए। दुनिया में कहीं भी मशीन का इस्तेमाल नहीं होता है। ईवीएम का इस्तेमाल रोकने और पारदर्शिता के लिए मतपत्र प्रणाली को वापस लाने के लिए विपक्षी दलों को निर्वाचन आयोग और भारत के राष्ट्रपति से मिलना चाहिए।’’ जम्मू-कश्मीर के हालात के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि लोग धार्मिक आधार पर बंट रहे हैं। ‘‘लोगों को पाकिस्तानी बताया जा रहा है। लेकिन सभी लोग.... लद्दाख से लेकर हर जगह पर... भारत में रहना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मुसलमान हूं और मुझे भारत से, अपने देश से प्यार है।’’ भाजपा के खिलाफ अपना हमला जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि भगवा पार्टी ‘तीन तलाक विधेयक’ के लिए तो संसद में खड़ी हुई लेकिन ‘महिला आरक्षण’ विधेयक उसने पारित नहीं होने दिया। आगामी लोकसभा चुनाव में संयुक्त विपक्ष की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद फैसला हो सकता है कि ‘प्रधानमंत्री कौन होगा।’