नई दिल्ली: किसान कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमा पर डटे हुए हैं। किसान आंदोलन के चलते दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई सड़कें बंद हैं तो कई जगहों पर ट्रैफिक को डायवर्ट करना पड़ा है। दिल्ली-हरियाणा बार्डर की बात करें तो झटिकरा बॉर्डर पर बड़ी गाड़ियों का आवागमन बंद है। इस बॉर्डर को केवल दुपहिया वाहनों के लिए खोला गया है। वहीं दिल्ली हरियाणा के बीच धानसा, दरौला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और डुंडाहेड़ा बॉर्डर खुला हुआ है।
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दिल्ली-यूपी बॉर्डर की बाज करें तो गाजीपुर बॉर्डर एनएच-24 को किसानों के प्रदर्शन की वजह से बंद कर दिया गया है। नोए़डा को दिल्ली से जोड़ने वाले चिल्ला बॉर्डर को भी किसानों के प्रदर्शन की वजह से बंद किया गया है। लोगों को नोएडा लिंक रोड से बचने और डीएनडी का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसान पिछले 10 दिनों से डटे हुए हैं। सरकार और किसानों के बीच अभी तक 4 बार बैठक हो चुकी हैं। सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों का आंदोलन लगातार जोर पकड़ता जा रहा है। इस बीच शनिवार को सरकार एक बार फिर किसानों को मनाने की कोशिश करेगी। आज सरकार और किसान नेताओं के बीच पांचवें दौर की वार्ता है।
आज होने वाली वार्ता में सरकार की ओर से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर शामिल होंगे। उनके साथ खाद्य मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य-उद्योग राज्यमंत्री सोमप्रकाश भी होंगे। माना जा रहा कि इस बैठक में कोई फैसला हो सकता है। 3 दिसंबर को हुई पिछली बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों की कई मांगों पर विचार का भरोसा दिया है।