नई दिल्ली: किसान संगठनों ने आज दिल्ली में हुई हिंसा के बाद बैठक की और एक बयान जारी कर कल गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के लिए दीप सिद्धू और अन्य असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है। इस बयान में कहा गया है कि किसान संगठनों के आंदोलन से सरकार हिल गई है और इसे बदनाम करने के लिए गंदी साजिश रची गई। इस बयान में कहा गया कि एक साजिश के तहत तय समय से पहले ही ट्रैक्टर परेड शुरू की गई जबकि परेड शुरू करने का वक्त पहले से तय था। किसान संगठनों ने किसानों से अपील की कि वे धरना स्थलों पर रहें और शांतिपूर्ण संघर्ष जारी रखें।
आपको बता दें कि संयुक्त किसान मोर्चा 41 किसान संगठनों की शीर्ष इकाई है और यह कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहा है। दिल्ली में मंगलवार को ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने परेड निरस्त कर इसमें हिस्सा लेने वाले सभी लोगों से अपील की कि वे तत्काल संबंधित प्रदर्शन स्थलों पर लौट जाएं। दिल्ली के कई हिस्सों में ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस 22 प्राथमिकियां दर्ज कर चुकी है। इस दौरान 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए ।
किसान मोर्चा ने ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा करने वाले लोगों से खुद को अलग कर लिया और आरोप लगाया था कि कुछ ‘असमाजिक तत्व’ इस प्रदर्शन में घुस आए वरना प्रदर्शन शांतिपूर्ण ही था। कृषक संगठनों की केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के पक्ष में मंगलवार को हजारों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी। इस दौरान कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया और पुलिस के साथ झड़प की, वाहनों में तोड़ फोड़ की और लाल किले पर एक धार्मिक झंडा भी लगा दिया था।