कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली कूच करने को आमादा किसान आज फिर एक बार दिल्ली में दाखिल होने के लिए बॉर्डर क्रॉस करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली-हरियाणा सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में किसान जमा हो गए हैं। दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर को सील कर दिया है, ताकि किसानों को दिल्ली आने से रोका जा सके। यहां बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है। वहीं सिंधु बॉर्डर और टीकरी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प की खबर है। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर किसानों के हंगामे को कम करने की कोशिश की। इससे पहले किसान रात भर बॉर्डर पर डटे रहे। किसानों के अनुसार उनके पास 1 महीने का भरपूर राशन है और खाना बनाने का सामान है। वे फिलहाल हटने वाले नहीं हैं। किसान सुबह से ही नारेबाजी कर रहे हैं। आज उत्तर प्रदेश में भी किसान सड़कों पर उतरेंगे और कृषि कानूनों का विरोध करेंगे। इस बीच दिल्ली से सटे यूपी बॉर्डर पर भी आज हंगामा होने के आसार व्यक्त किये जा रहे हैं। इसके लिए पुलिस पूरी तरह से चाक चौबंद नजर आ रही है।
टिकैत ने किया सड़कों पर उतरने का ऐलान
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि यूपी का किसान सड़क पर उतरेगा। टिकैत के मुताबिक आज बहुत बड़ा प्रदर्शन होगा। राकेश ने कहा कि यूपी के किसान दिल्ली-देहरादून हाईवे को जाम करेंगे। बता दें कि प्रदर्शन के कारण एनसीआर में पहले से ही मेट्रो सेवा बाधित है और नोएडा से दिल्ली मेट्रो नहीं जा पा रही है।
राष्ट्रीय राजमार्ग पर शंभू अंतरराज्यीय सीमा पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां किसानों ने घग्गर नदी में पुलिस बैरिकेड को फेंक दिया। कई किसान हाथ में काले झंडे लिए भी नजर आए। राष्ट्रीय राजधानी की ओर बढ़ रहे किसानों को रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने कई अवरोधक लगाएं हैं। मौके पर मौजूद एक किसान ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ यह निंदनीय है कि हरियाणा पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से इकट्ठे हुए प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए ऐसे उपाय कर रही है। हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन वे विरोध करने के हमारे लोकतांत्रिक अधिकार का उपयोग करने से हमें रोकना चाहते हैं।’’
इससे पहले अंबाला के मोहरा गांव में भी किसानों के एक समूह ने अवरोधक लांघने की कोशिश की थी और वहां भी पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए पानी की बौछार की थी। हरियाणा ने बृहस्पतिवार को पंजाब से लगी अपनी सभी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया है। हरियाणा में भाजपा सरकार ने पहले ही कहा था कि वह किसानों के दिल्ली की ओर जुलूस निकालने के मद्देनजर 26 और 27 नवम्बर को पंजाब से लगी अपनी सीमाओं को बंद कर देगी।
वहीं, दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कहा था कि उसने केन्द्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन के लिए विभिन्न किसान संगठनों से मिले सभी अनुरोधों को खारिज कर दिया है। पुलिस ने कहा था कि कोविड-19 महामारी के बीच किसी प्रकार का जमावड़ा करने के लिए शहर आने पर प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।