नई दिल्ली: केंद्र सरकार से बातचीत का पहला राउंड फेल होने के बाद किसानों ने आंदोलन तेज कर दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने बवाल शुरू कर दिया है। यहां किसान रास्ता जाम करने के लिए गाय लेकर पहुंच गए हैं। दिल्ली में सिंघु बॉर्डर, टीकरी, गाजीपुर और चिल्ला बॉर्डर पर किसान अपनी मांगों के साथ अड़े हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर भी किसान पूरी तरह से डटे हैं। उन्होंने राशन का इंतजाम कर रखा है। किसानों का सुबह से ही खाना बनना शुरू हो जाता है और सड़क पर बैठकर खाना खाते हैं।
बुधवार को भी टीकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर के साथ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर हजारों किसान धरने पर बैठे हुए हैं। इस बीच सिंघु बॉर्डर पर किसानों ने टेंट लगाने शुरू कर दिए हैं। यूपी गेट पर प्रदर्शन के दौरान हरदोई के रहने वाले हरप्रीत सिंह गाय लेकर किसानों के आंदोलन में पहुंचे। उन्होंने अपनी गाय दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेट में बांट दिया है। उनका कहना है कि किसान धरने पर बैठे हैं और गांव में पशु भूखे नहीं रह सकते। ऐसे में यहां अपनी गाय को भी आंदोलन में लेकर पहुंचे हैं। इनका कहना है, किसान अभी बॉर्डर पर है और जरूरत पड़ी तो आगे किसान ट्रेक्टर ट्रॉली में जानवर डंगर लेकर आ जाएंगे और दिल्ली में छोड़ देंगे।
किसानों ने यूपी गेट पर एक तरफ सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए लोग यज्ञ किया गया तो वहीं दूसरी ओर बैरिकेड के सामने जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन की तरफ से यूपी गेट पर बुधवार को हवन किया गया। मुरादाबाद के किसानों यहां पर हवन किया। हवन करने में शामिल किसानों का कहना है कि सरकार की बुद्धि को शुद्ध करने के लिए यह हवन किया गया, जिससे किसानों का दर्द समझ सके और उनकी सभी मांगे पूरी हों।