नई दिल्ली। दिल्ली-गाजीपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को फोन पर शनिवार शाम करीब पांच बजे एक अज्ञात व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी दी है। जिसके बाद अर्जुन बालियान (सहायक, राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत) ने थाना कौशाम्बी में इसकी तहरीर दी। जिसमें लिखा गया है कि उनके साथी भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत को एक अज्ञात फोन से जान से मारने की धमकी मिली है। इसलिए उनकी प्राथमिकी दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए। फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बिहार से आया धमकी भरा फोन
किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्हें बिहार से एक फोन आया था, जिसमें कहा गया हथियारों की जरूरत है क्या? बताओ कितने हथियार भिजवाने हैं, तुम्हें मारने का प्लान है। हालांकि, हमने गाजियाबाद के कप्तान को तहरीर दी है। पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने गाजियाबाद के पुलिस कप्तान को कॉल की रिकॉर्डिंग भेज दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इंदिरापुराम सीओ के अनुसार, तहरीर के आधार पर मामला दर्ज करते हुए इस प्रकरण में सर्विलांस की टीम गठित कर तत्काल आवश्यक वैधानिक कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
बता दें कि राकेश टिकैत को जान से मारने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने अपराध संख्या 635/ 2020, आईपीसी की धारा 507 के तहत केस दर्ज किया है। साथ ही सर्विलांस की टीम गठित कर कार्यवाही शुरू कर दी है। किसान नेताओं की तरफ से ऐलान किया गया कि 30 दिसंबर को किसान ट्रैक्टर से सिंघु से लेकर टिकरी और शाहजहांपुर तक मार्च करेंगे।
सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे दिल्ली पुलिस कमिश्नर
उधर, शनिवार शाम को दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने सिंघु और टिकरी बॉर्डर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया था। उन्होंने सुरक्षा में तैनात दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों से बातचीत भी की। किसान आंदोलन के चलते सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव ने कहा कि यहां कानून व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। हम लोग सावधान हैं। स्थिति नियंत्रण में है। सुरक्षा बल पर्याप्त है। श्रीवास्तव ने बॉर्डर पर मौजूद अधिकारियों से भी बातचीत की।