बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 58 वर्ष के एक किसान ने शुक्रवार को कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। किसान ने अपने सुसाइड नोट में गांव के पटवारी पर रिश्वत लेकर भी ऋण पुस्तिका नहीं बनाने का आरोप लगाया है। बिलासपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि जिले के तखतपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत राजा कापा गांव के किसान छोटू राम कैवर्त (58 वर्ष) का शव शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे पेड़ से लटका मिला। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छोटू राम सुबह अपने घर से निकला और कुछ दूरी पर नाला के करीब एक पेड़ पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
‘पटवारी ने पैसे लेकर भी पर्ची नहीं दी’
अधिकारियों ने बताया कि जब छोटू राम देर तक घर नहीं लौटा तब उसके परिजनों ने उसकी खोज शुरू की। उन्होंने बताया कि बाद में उन्होंने इसकी जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर शव बरामद किया तथा करीब ही सब्जी रखने के बक्से से एक पत्र बरामद किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छोटू राम ने पत्र में लिखा है, ‘पटवारी ने पर्ची नहीं दी जबकि मैंने उसे 5 हजार रुपये दिए थे। इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं।’ अधिकारियों ने बताया कि किसान ने अपने सुसाइड नोट में अपने बेटे रज्जू को मां का ख्याल रखने के लिए कहा है।
‘रिश्वत दी थी लेकिन काम नहीं हुआ’
उन्होंने बताया कि परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस को जानकारी दी है कि छोटू राम कैवर्त जमीन बेचने के लिए ऋण पुस्तिका का नकल बनवाना चाहता था जिसके लिए वह पिछले करीब 3 माह से गांव के पटवारी उत्तम प्रधान से मिल रहा था। परिजनों ने पुलिस को बताया कि छोटू राम ने इस काम के लिए पटवारी को पांच हजार रुपये रिश्वत दी थी लेकिन काम नहीं हो पाया। परिजनों ने पुलिस को बताया कि ऋण पुस्तिका के अभाव में वह जमीन नहीं बेच पाया और तंग आकर उसने आत्महत्या कर ली। जिले के अधिकारियों ने बताया कि किसान आत्महत्या मामले में कलेक्टर सारांश मित्तर के निर्देश पर पटवारी उत्तम प्रधान को निलंबित कर दिया गया है तथा उसके खिलाफ मामला दर्ज करके जांच की जा रही है। (भाषा)